वनों में आग लगाने वालों की सूचना देने पर 10 हजार का ईनाम
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
वनों को आग से बचाने के लिए गोष्ठी का आयोजन
● आग लगाने वालों की सूचना देने पर मिलेगा 10 हजार का ईनाम
● वनाग्नि सुरक्षा में सहयोग करने वालों को किया जाएगा पुरस्कृत
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रिपोर्ट - Uttarakhandhindisamachar.com
कुमाऊं - के देवीधुरा वन रेंज अंतर्गत धूनाघाट वन परिसर में वनाग्नि काल को मध्येनजर रखते हुए जंगलों को आग से बचाने के लिए जनजागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस गोष्ठी में वनों को आग से बचाने के उपाय औऱ ग्रामीणों को वनाग्नि काल के दौरान सावधानियां बरतने की जानकारी दी गई । इस गोष्ठी में राइंका धूनाघाट के प्रधानाचार्य आशीष प्रताप सिंह ने लोगों को बताया गया कि जंगल हमारी धरोहर हैं औऱ आगामी पीढ़ी के लिए इन्हें बचाना हमारी जिम्मेदारी है । देवीधुरा के वन क्षेत्राधिकारी कैलाश चंद्र गुणवन्त ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा - जिस प्रकार हमारे पूर्वज हमें स्वच्छ पर्यावरण की सौगात देकर गए हैं ठीक उसी प्रकार हमें भी अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ प्रर्यावरण की सौगात देनी चाहिए , औऱ हम ये सौगात तब दे पाएंगे जब हम वनों को बचाएंगे । इस गोष्ठी में लोहाघाट की उप प्रभागीय वनाधिकारी नेहा चौधरी ने लोगों को जागरूक करते हुए वनाग्नि काल के दौरान वनों के आसपास के खेत - खलिहानों में आग न लगाने औऱ जंगलों में बीड़ी , सिगरेट न छोड़ने की अपील की । इसके साथ - साथ ये जानकारी भी साझा की गई कि अगर कोई व्यक्ति जंगल में आग लगाने वालों की सूचना विभाग को देता है तो उसे 10 हजार रुपये का ईनाम भी दिया जाएगा । इसके साथ - साथ अब वनाग्नि को रोकने औऱ जंगलों की आग बुझाने वालों को भी सम्मानित किया जाएगा । इस गोष्ठी में लोहाघाट की उप प्रभागीय वनाधिकारी नेहा चौधरी , देवीधुरा के वन क्षेत्राधिकारी कैलाश चंद्र गुनवन्त , राइंका धूनाघाट के प्रधानाचार्य आशीष प्रताप सिंह , राइंका के शिक्षक , शिक्षिकाएं , वन पंचायत गहतोडा के सरपंच , स्कूली छात्र - छात्राएं औऱ दर्जनों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे ।