बड़ी ख़बर : आत्मदाह की चेतावनी के बाद विभाग हरकत में
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
कुमाऊं - के चम्पावत जिले में हाल में ठेकेदार हरीश शर्मा उर्फ नरेन्द्र उत्तराखंडी ने जल संस्थान के कर्मचारियों और अधिकारियों पर कमीशन न देने की दशा में उनके निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन व पेमेंट न करने का आरोप लगाया था । उनका कहना है था , विभाग उनसे कमीशन की मांग कर रहा है और जब उनने कमीशन नहीं दिया तो उनके कार्यों का भौतिक सत्यापन नहीं किया जा रहा है और पेमेंट भी रुकी हुई है । जिसके बाद उन्होंने आत्मदाह की चेतावनी दी थी । इस मुद्दे को उत्तराखंड हिंदी समाचार ने प्रमुखता के साथ उठाया था ।ऑडियो हुआ था वायरल -
हरीश शर्मा उर्फ नरेंद्र उत्तराखंडी के आत्मदाह की चेतावनी देने के बाद थर्ड पार्टी के इंजीनियर और नरेंद्र उत्तराखंडी के बीच हुई बातचीत का ऑडियो भी वायरल हुआ था । जिसमें इंजीनियर माफ़ी मांगता हुआ सुनाई दे रहा था । इस मुद्दे को [b]उत्तराखंड हिंदी समाचार ने प्रमुखता के साथ उठाया था , हालांकि उत्तराखंड हिंदी समाचार उस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है । ऑडियो सुनने के लिए लिंक पर टच करें - https://youtu.be/K8y8cHCBg8E?si=scHVF4IIR18F0Ie1 वर्ष 2022 में पूरे कार्यों का अब तक नहीं हुआ मौतिक सत्यापन -
ठेकेदार हरीश शर्मा उर्फ नरेंद्र उत्तराखंडी की पेयजल योजनाओं की समयावधि पूर्ण हो चुकी है । काकड़ी पेयजल योजना वर्ष 2023 , मझपीपल पेयजल योजना वर्ष 2023 , बरूड़ी पेयजल योजना वर्ष 2022 , डुंगराकोट पेयजल योजना 2023 , कानाकोट पेयजल योजना वर्ष 2022 और मूलाकोट पेयजल योजना वर्ष 2023 में समयावधि पूर्ण होने के बाद भी अभी तक सत्यापन न होना विभाग की लापरवाही को दर्शाता है ।अब खुली विभाग की नींद -
ठेकेदार की आत्मदाह की चेतावनी का असर हुआ है । अब विभाग की नींद खुली है । अब विभाग ने वर्ष 2022 , 2023 और 2024 में जिन योजनाओं की समयावधि पूर्ण हो चुकी थी ऐसी 6 योजनाओं के भौतिक सत्यापन की बात कही है । अब इसे ठेकेदार की आत्मदाह की चेतावनी का असर कहें या उत्तराखंड हिंदी समाचार की खबर का असर , लेकिन विभाग की नींद जरूर खुली है ।