इस गांव की और यहां के लोगों की न तस्वीर बदली और न तकदीर
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चम्पावत ( Champawat ) - जिले में विकास के दावे तो बहुत किए जा रहे हैं लेकिन आज भी कुछ गांव ऐसे हैं जहाँ जनजीवन बेहद कठिन बना हुआ है । हम बात कर रहे हैं मॉडल जिले चम्पावत के पाटी विकासखंड अंतर्गत मौनकांडा के सिमली गांव की । यहाँ करीब 45 परिवार रहते हैं लेकिन आज भी डोली के सहारे मरीजों को सड़क तक पहुंचाते हैं । यहाँ सरकार आज तक सड़क नहीं पहुंचा पाई है । यहाँ के लोग सड़क न होने के कारण अब पलायन के मूड में नजर आने लगे हैं । स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों और जिलाधिकारी को कई बार समस्या से अवगत करा चुके हैं लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात रहा । आजादी के सात दशक बीत चुके हैं और उत्तराखंड बने 24 साल हो चुके हैं लेकिन इस गांव में लोगों की तकदीर नहीं बदली और न ही बदली सिमली गांव की तस्वीर । आज भी इस गांव से सड़क तक पहुंचने के लिए खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है और समस्याएं तो तक बढ़ जाती हैं जब गांव में कोई बीमार हो जाता है । फिर बीमार को डोली से सड़क तक लाने के लिए लोगों को इकट्ठा करना पड़ता है । ग्रामीणों का कहना है शायद सरकार को इस गांव के लोगों की समस्याओं से कोई लेना - देना नहीं है , इसीलिए आज तक गांव तक सड़क नहीं पहुंच पाई । ग्रामीण एक बार फिर सड़क के लिए लामबंद हो चुके हैं । उनका कहना है अगर इस बार उनके गांव तक सड़क नहीं पहुंचती है तो उन्हें मजबूरन गांव छोड़ना पड़ेगा ।