यहाँ खूब ठगे जाते हैं लोग
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
यहाँ खूब ठगे जाते हैं लोग , अब साईबर थाना बेहद जरूरी
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रिपोर्ट - Uttarakhandhindisamachar.com
चम्पावत ( Champawat ) - सीमांत एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चंपावत जिले एवं पिथौरागढ़ जिले में अभी तक कोई साइबर थाना न होने से लोगों को काफी दिक्कतों एवं असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है । पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया के लक्ष्य के अनुरूप यहां के हर वर्ग के लोगों द्वारा मोबाइल का प्रयोग करना अनिवार्य हो गया है । प्राकृतिक रूप से सीधे सरल यहां के लोगों को साइबर ठगों द्वारा आसानी से किसी - न - किसी रूप में संपर्क कर उन्हें अपने प्रभाव में लेते हुए चंद मिनटों में उनकी हाड़ - तोड़ मेहनत की कमाई एवं जमा पूंजी उड़ा दी जा रही है । इन घटनाओं की तत्काल रिपोर्ट करने में सड़क , सुविधा , नेटवर्किंग तथा पर्याप्त जानकारी का अभाव आदि बाधक बन जाती हैं । साइबर ठगों द्वारा विभिन्न तरीकों से लोगों को ब्लैकमेल किया जाता है और लोग लोक लाज आदि के डर से इनके जाल में फंस जाते हैं । यदि मॉडल जिले चंपावत में साइबर थाना खोला जाता है तो पीड़ितों को त्वरित न्याय मिलने के साथ साइबर अपराधों की विवेचना की गुणवत्ता में काफी सुधार आने के साथ ठगी के शिकार लोगों को त्वरित लाभ मिलने लगेगा ।
चंपावत जैसे छोटे जिले का ही उदाहरण है कि यहां वर्ष 2023 में आईटी एक्ट के 10 , 420 आईपीसी साइबर से संबंधित तीन दर्जन मुकदमे दर्ज कर एक करोड़ 79 लाख 21465 रुपए के फ्रॉड हुए , जिसमें साधनों के अभाव के बावजूद ₹92 लाख 84 हजार 544 पीड़ितों को वापस कराए गए । इसी प्रकार 2024 में अप्रैल माह तक आई टी एक्ट के दो एवं आईपीसी के साइबर से संबंधित 18 मुकदमे दर्ज किए गए हैं , जिनमें 47 लाख 68695 के फ्रॉड हुए औऱ पुलिस ने 24 लाख 67856 रुपए वापस कराए हैं । कई मामले तो बदनामी के कारण प्रकाश में ही नहीं आते हैं ।
■ एसपी ने भी माना कि ऐसी घटनाओं को रोकने में साइबर थानों की होती है महत्वपूर्ण भूमिका होती है - एसपी अजय गणपति का मानना है कि रोज नए - नए तरीकों से बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए आधुनिक तकनीक से लैस साइबर थाना चंपावत में खोला जाता है तो तात्कालिक कार्यवाही कर ठगों की चपेट में आने वाले लोगों को राहत पहुंचाई जा सकती है । उनका कहना है कि जनजागरूकता से साइबर अपराधों में कमी लाई जा सकती है । अलबत्ता बदलती हुई परिस्थितियों में यहां पूर्ण साइबर थाना स्थापित करना समय की जरूरत बन गया है ।
■ साइबर थाना खोला जाना समय की मांग- साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट शिक्षक प्रकाश चन्द्र उपाध्याय का कहना है कि वर्तमान समय में जैसे - जैसे डिजिटल लेन देन , इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों आदि पर लोगों की निर्भरता बढ़ती जा रही है वैसे - वैसे साइबर सुरक्षा दिनोंदिन महत्वपूर्ण होती जा रही है । आम जनमानस को डिजिटल फ्रॉड , हैकिंग , फिशिंग , रैंसमवेयर अटैक तथा इंटरनेट धोखाधड़ी से बचाने हेतु साइबर थानों की स्थापना करना एक कारगर उपाय हो सकता है ।