गूगल मैप ने दिया धोखा , तीन की मौत
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
उत्तर प्रदेश ( U P ) - बदायूं से बेहद दुःखद खबर सामने आ रही है । यहाँ समरेर से फरीदपुर को जोड़ने के लिए बनाए गए रामगंगा के अधूरे पुल ने तीन लोगों की जान ले ली । बताया जा रहा है कि गूगल मैप से लोकेशन देखकर जा रहे सिक्योरिटी कंपनी के तीनों कर्मचारियों की कार रविवार तड़के बदायूं की ओर से पुल के नीचे गिर गई । इससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई । नाव से शव लाकर फरीदपुर पुलिस ने शवों का पंचनामा करवाया । हादसे की जानकारी तक मिली जब रविवार सुबह खल्लपुर गांव के लोग रामगंगा किनारे खेतों पर निकले । उन्होंने दातागंज की ओर से अधूरे पुल के नीचे कार को पड़ा देखा । सूचना पर बरेली जिले के फरीदपुर व बदायूं के दातागंज की पुलिस मौके पर पहुंची । फरीदपुर पुलिस ने मृतकों के पास मौजूद मोबाइल से जानकारी जुटाई फिर फरीदपुर क्षेत्र से उनके रिश्तेदार पहुंच गए । तब शवों का पंचनामा भरना संभव हो सका । पुलिस को कार से गुरुग्राम की सिक्योरिटी कंपनी का कार्ड मिला जिसमें विवेक कुमार को ऑपरेशन एक्जीक्यूटिव के तौर पर दिखाया गया था । बाद में फरीदपुर के पढ़ेरा गांव निवासी प्रमोद कुमार ने मृतकों की पहचान अपने साले नितिन कुमार (30) व अजीत कुमार (35) और अमित के रूप में की । इनमें फर्रुखाबाद के एत्मादपुर हीरामढ़ी निवासी नितिन और अजीत आपस में सगे चचेरे भाई और सिक्योरिटी कंपनी के ड्राइवर बताए गए , जबकि मैनपुरी के कुरावली निवासी अमित इनका साथी और रिश्तेदार बताया गया । मृतक अजीत और नितिन के घर वालों ने बताया कि तीनों दोस्त गुड़गांव से गूगल मैप पर रास्ते को देखकर आ रहे थे । गूगल मैप पर निर्माणाधीन पूल पर रास्ता साफ दिखाया जा रहा था , जबकि पुल का एक तरफ का एप्रोच रोड नहीं बना था । लगभग 50 फीट ऊपर से गाड़ी गिरी और तीनों की मौत हो गई ।प्रशासन सतर्क होता तो बच जाती जान -
अगर प्रशासन और पीडब्ल्यूडी ने पुल के रास्ते को ठीक से बंद किया होता , तो शायद ये दुर्घटना नहीं होती और तीनों की जान बच जाती । लेकिन प्रशासन की लापरवाही से तीनों की जान चली गई ।शादी में जा रहे थे तीनों -
प्रमोद कुमार ने बताया कि नितिन के चचेरे भाई राजेश की बेटी की रविवार को फरीदपुर में शादी होनी थी । इसी शादी में शामिल होने के लिए तीनों लोग गुड़गांव से चले थे । बताया कि शनिवार रात भी इन्हें बदायूं जिले में कहीं और शादी में शामिल होना था इसलिए यह गुड़गांव से मुरादाबाद - बरेली के रास्ते न जाकर बदायूं के रास्ते फरीदपुर जा रहे थे ।सरकारी अराजकता के चक्कर में गई जान -
तीनों लोग शार्टकट से फरीदपुर जाने को निकले थे । मोबाइल पर इन्होंने लोकेशन लगा रखी थी , जिसमें पुल पूरा बना दिखाई दे रहा था । बता दें कि दो साल पहले जब इस पुल का निर्माण हुआ तो रामगंगा ने कटान कर दिया और एप्रोच रोड पानी में बह गई । इसके बाद रामगंगा खिसककर फरीदपुर के खल्लपुर गांव की ओर बहने लगी । इससे पुल का काफी हिस्सा दोबारा बनाने की जरूरत महसूस होने लगी । शुरू में निर्माणदायी संस्था ने दातागंज की ओर से पुल के प्रवेश मार्ग पर दीवार बना दी थी जो बाद में टूट गई । इसके बाद से पुल पर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया । बताया जा रहा है , स्थानीय लोगों को इस बारे में जानकारी थी पर बाहर से आने वाले वाहन चालकों को यहाँ खतरा बना रहता है । इसी सरकारी अराजकता की वजह से तीन लोगों की जान चली गई ।