दो करोड़ की योजना से आ रही है भ्रष्टाचार की बू
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
मुख्यमंत्री धामी से मिलने जायेगा शिष्टमंडल
चम्पावत ( Champawat ) - जिले में एक बार फिर जल जीवन मिशन योजना सवालों के घेरे में आ चुकी है । देश के प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन योजना के तहत घर - घर नल , घर - घर जल की परिकल्पना को साकार बनाने के प्रयास कर रहे हैं लेकिन संबंधित विभाग इन योजनाओं में फलीता लगा रहे हैं । मॉडल जनपद चंपावत में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है । अब आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव चौडाकोट धूरा से भ्रष्टाचार की बू आ रही है । 78 वर्षों बाद बूंद - बूंद पानी को तरस रहे धूरा चौडाकोट गांव में बड़ी योजना को लेकर खुशी और उत्साह था लेकिन यहां दो करोड़ की लागत से निर्मित पेयजल योजना सफेद हाथी साबित हो रही है । यहां बरसात के मौसम में भी पीने का पानी नहीं मिल सका , जबकि कनेक्शन के नाम पर प्रति परिवार से दो सौ रुपए ऐंठ लिए गए हैं । अब यहां तीसरे दिन दो चार बाल्टी पानी कुछ परिवारों को मिल रहा है जो नाकाफी है । तल्ला पाल विलौन संघर्ष समिति सूखीढांग के संयोजक पंडित शंकर जोशी ने बताया कि शीघ्र समिति का एक शिष्टमंडल देहरादून जाकर जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बनी समस्त योजनाओं की जांच करवाने व लापरवाह कर्मचारियों को दण्डित कर वसूली की मांग करेगी । लोगों का कहना है कि पेयजल लाइनों में पुराने पाइप जोड़ कर जुगलबंदी कर भारी खेल हुआ है , जिसकी जांच होनी आवश्यक है । अब लोग यहां सरकारी धन की बन्दर बांट के विरुद्ध जन आंदोलन चलाने की तैयारी में हैं ।