बड़ी ख़बर : अजमेर में दरगाह या शिव मंदिर , याचिका हुई स्वीकार
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
राजस्थान - अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के पहले शिव मंदिर होने के दावा किया जा रहा है । अब इस मामले में कोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है । सिविल कोर्ट ने ऐसा दावा करने वाली याचिका को स्वीकार कर लिया है । यानि कोर्ट ने इस केस को सुनवाई लायक मान लिया है । इस मामले में दरगाह का ASI सर्वे कराए जाने की मांग की गई है , ताकि सबूत जुटाकर पता लगाया जा सके कि अजमेर दरगाह पहले शिव मंदिर थी । कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई के बाद नोटिस के निर्देश जारी किए हैं । संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के आदेश के बाद वहां हुई हिंसा के बाद अब अजमेर दरगाह के सर्वे को लेकर आया ये आदेश काफी अहमियत रखता है । कोर्ट के आदेश के अनुसार अब अजमेर दरगाह कमेटी , अल्पसंख्यक विभाग और एएसआई को नोटिस जारी किए जाएंगे । हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने वकील रामनिवास बिश्नोई और ईश्वर सिंह के मार्फत कोर्ट में वाद दायर किया था । दरअसल , अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को संकट मोचन शिव मंदिर होने के दावे के मामले में आज अजमेर सिविल कोर्ट वेस्ट में बहस की गई । कोर्ट में बहस के दौरान भगवान शिव के बाल स्वरूप की तरफ से वकील रामस्वरूप बिश्नोई और ईश्वर सिंह की ओर से बहस की गई । इसमें कहा गया कि दरगाह से पहले यहां शिव मंदिर था , जिसके कई साक्ष्य दस्तावेज के रूप में कोर्ट के सामने पेश किए गए । अब कोर्ट ने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के शिव मंदिर होने के दावे की याचिका स्वीकार कर ली है ।