वाह रे औलाद , जमीन के लिए पिता को मार डाला
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
हरिद्वार ( Haridwar ) - धर्मनगरी हरिद्वार से रिश्तों के कत्ल का मामला सामने आ रहा है । कहा जाता है , जीवन देने वाले पिता का कर्ज सात जन्म में भी नहीं उतारा जा सकता है लेकिन धर्मनगरी हरिद्वार में कलयुगी बेटे ने पिता को ही मौत के घाट उतार दिया । पुलिस के मुताबिक जमीन के लालच में कलयुगी बेटे ने पिता की हत्या कर दी ।हत्याकांड के खुलासे के बाद हुई तस्वीर साफ -
पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में कामयाबी के परचम लहरा रही हरिद्वार पुलिस ने इस हत्याकांड का सफल खुलासा किया है ।पुलिस के मुताबिक पुश्तैनी सम्पत्ति ( 12 बीघा ) हथियाने के चक्कर में कलयुगी बेटे ने तिलिस्म रचा , जिसे हरिद्वार पुलिस ने तोड़कर आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया ।हत्या को आत्महत्या बताकर जमीन हथियाना चाहता था कलयुगी बेटा -
ये ताजा मामला हरिद्वार के देहात क्षेत्र के थाना झबरेड़ा से जुड़ा हुआ है । यहां 09 अक्टूबर 2024 को ग्राम झबरेडी कलां थाना - झबरेडा क्षेत्रान्तर्गत विनोद कुमार अपने कमरे के अंदर मृत अवस्था में मिले । परिस्थितियां संदिग्ध थीं क्योंकि मृतक के माथे , कान पर चोट के निशान थे व गले पर फंदे का निशान पाया गया था । सूचना के बाद हरिद्वार झबरेड़ा पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मृतक के शव को कब्जे में लेकर फोरेसिंक टीम को मौके पर बुलाया । वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्यों का संकलन किया गया व पंचायतनामा आदि अग्रिम विधिक कार्यवाही की ।चुपचाप साक्ष्य एकत्र करने के दिए निर्देश -
मामला संदिग्ध मिलने पर अनुभवी पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने सीओ मंगलौर विवेक कुमार से मामले की गहराई से जानकारी ली और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करने के बजाय पुलिस टीम को भी चुपचाप घटना से जुड़ा हर सबूत इकट्ठा करने के निर्देश दिए । यह एक ऐसा काम था जिसके बारे में किसी को कानों - कान कोई खबर नहीं थी । यहां तक कि परिवार के सदस्यों को भी ऊपरी तौर पर कोई जानकारी नहीं थी । लेकिन मामले के खुलासे में पुलिस द्वारा एकत्र की गई यही जानकारी ही महत्वपूर्ण साबित हुई ।जमीन हथियाने की बात आई सामने -
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि बुजुर्ग मृतक विनोद के बेटे रविंद्र का अपने पिता के साथ 12 बीघा जमीन अपने नाम करने को लेकर लगातार विवाद चल रहा था । आरोपी बेटा अपने पिता पर जमीन उसके नाम करने का दबाव बनाता था । इसी बात को लेकर अक्सर मृतक व उसके बेटे के बीच लडाई - झगडा होता रहता था ।पोस्टमार्टम रिपोर्ट से आया नया मोड़ -
जब 06 दिसंबर 2024 को हरिद्वार पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हुई , जिसमें चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण गला घोंटना बताया तो थाना झबरेड़ा पुलिस द्वारा मृतक विनोद की धर्मपत्नी बबीता को पूरी स्थिति से अवगत कराया । जिस पर मृतक की पत्नी बबीता की तरफ से थाना झबरेड़ा पर दिनांक 08 दिसंबर 2024 को हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया गया ।हत्या की वजह हुई साफ -
मिली जानकारी के मुताबिक , मृतक विनोद के नाम पर 13 बीघा पैतृक जमीन थी । जिसे उसका बड़ा बेटा रविन्द्र अपने नाम करवाना चाहता था , किन्तु रविंद्र की हरकतों को देखते हुए पिता ने वो जमीन रविन्द्र के नाम करने से साफ मना कर दिया । इसके साथ - साथ घटना से कुछ ही महीने पहले कुल 13 बीघा में से 12 बीघा जमीन मृतक ने अपनी पत्नी बबीता के नाम पर कर दी । इस बात से रविंद्र बेहद नाराज हो गया और पिता के साथ लगातार लडाई - झगडा करने लगा । पिता के न मानने पर रविंद्र द्वारा अपनी मां बबीता पर भी जमीन अपने नाम कराने का लगातार दबाव बनाया , किन्तु मां ने भी स्पष्ट कर दिया कि पिता की हामी के बगैर जमीन बेटे के नाम पर नही होगी । जिस कारण बेहद नाराज रविन्द्र द्वारा पहले अपने पिता के साथ मारपीट की गयी । फिर कलयुगी बेटे ने रस्सी से गला दबाकर उनकी हत्या कर दी और आसपास के क्षेत्र में इस प्रकार से बताया कि उसके पिता ने आत्महत्या कर ली है । कलयुगी बेटे की झूठी कहानी पर सभी ने विश्वास भी कर लिया किन्तु हरिद्वार पुलिस की सतर्कता , साक्ष्य , पोस्टमार्टम रिपोर्ट व पुलिस की सटीक इन्वेस्टिगेंशन के आगे अभियुक्त रविंद्र बेहतरीन तरीके से रचे गये षड्यंत्र में आखिरकार खुद ही फंस गया ।पुलिस के सवालों में उलझ गया आरोपी बेटा -
जैसे - जैसे पुलिस पूछताछ आगे बढ़ रही थी और पुलिस के अकाट्य प्रश्नों का आरोपी के पास कोई जवाब नहीं था । आरोपी अपने बयान भी बार - बार बदल रहा था । कलयुगी बेटे को आभास हो गया था कि , पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही हरिद्वार पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी । जिस कारण आरोपी फरार रहने लगा था और कभी - कभी ही पूरी सावधानी बरतते हुए छुपते - छुपाते घर आता था । आरोपी की संदिग्धता को देखते हुए और आरोपी की वजह से अब उसकी मां को भी पैदा हुए खतरे को देखते हुए थाना पुलिस की रिपोर्ट पर एसएसपी द्वारा इस पर ₹5000 का इनाम घोषित किया गया ।पकड़े जाने पर उगला सच -
पकड़े जाने पर कलयुगी बेटे द्वारा बताया गया कि पिता ने 13 में से 12 बीघा जमीन मां के नाम कर दी और इसके नाम कुछ नहीं किया । मां भी अपने पति के रहते जमीन इसके नाम नहीं करती थी , इसलिए इसके द्वारा बाप को षड्यंत्र रचते हुए इस प्रकार से मारा कि सबको ऐसा लगे जैसे यह खुदकुशी है । लेकिन हरिद्वार पुलिस ने आरोपी बेटे को पकड़ लिया और अब न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया ।