जनसहयोग से इस कस्बे को क्लीन एवं ग्रीन बनाने का एसडीएम ने उठाया बीड़ा
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
ग्रामीण नगरीय क्षेत्र को साफ सुथरा बनाए रखने का एसडीएम के साथ लोगों ने लिया संकल्प ।
चम्पावत ( Champawat ) - जिले की तहसील पाटी की उपजिलाधिकारी नितेश डांगर ने ग्रामीण क्षेत्र में नगर के रूप में उभर रहे पाटी को नीट , क्लीन एवं ग्रीन बनाने की नई मुहिम शुरू कर दी है । सभी कर्मचारीयों , नागरिकों , व्यापारियों के सहयोग से पहली बार शुरू की गई इस मुहिम का शुभारंभ करते हुए एसडीएम ने कहा कि , पाटी को प्रकृति ने अपना खूब सौंदर्य दिया है । यदि इसे हम हरा - भरा , स्वच्छ व साफ सुथरा रखेंगे तो इससे पाटी के सौंदर्य में न केवल निखार आएगा बल्कि यहां के लोगों के जीवन में भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा । उनका कहना था कि यदि हम अपने घर को साफ सुथरा नहीं रखेंगे तो इसके लिए बाहर से दूसरा कोई नहीं आएगा । बुधवार को स्टेशन चौराहे से अभियान की शुरुआत कर नगर के कुछ हिस्से को चमका दिया गया । एसडीएम के अनुसार प्रत्येक बुधवार को जिला पंचायत का वाहन यहां कूड़े का निस्तारण करेगा । व्यापारियों ने यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड के निर्माण की भी मांग की । एसडीएम ने कहा शीघ्र ही इसके लिए भूमि की तलाश की जाएगी । उपजिलाधिकारी ने व्यापारियों से कहा गया कि वे अपने प्रतिष्ठान के सामने डस्टबिन रखें , हालांकि कई व्यापारी यहाँ डस्टविन रखते हैं । इस अवसर पर लोगों ने पाटी को नीट क्लीन एवं ग्रीन बनाने का संकल्प लिया । इस अभियान में तहसीलदार ईश्वर सिंह भीमा , वीडियो सुभाष लोहनी , व्यापार संघ के अध्यक्ष गोपेश पचौली , रजिस्ट्रार कानूनगो मनोज गहतोड़ी , हेमचंद शर्मा , तहसील एवं ब्लाक के सभी कर्मचारियों के अलावा श्री मिशन के निदेशक दीपक जोशी , मित्र फाउंडेशन के लोगों के अलावा व्यापारी शामिल हुए । स्वच्छता कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एसडीएम ने सभी को धन्यवाद दिया ।अस्तित्व में नहीं आ पाई पाटी नगर पंचायत -
राज्य सरकार द्वारा पाटी को नगर पंचायत का दर्जा दिया गया है , लेकिन अभी तक सीमांकन एवं अन्य औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण यहां की व्यवस्थाओं का पूरा दारोमदार ग्राम पंचायत के ऊपर ही है । लेकिन पंचायत के पास साधन व संसाधन न होने के कारण यहां की व्यवस्थाएं भगवान भरोसे ही चल रही हैं ।कर उसूलने में ही रह गया जिला पंचायत-
पाटी कस्बे में जिला पंचायत सिर्फ कर उसूलने में ही रह गया है । इसके बदले यहाँ सुविधाओं के लाले पड़े हैं । जिला पंचायत भले ही व्यापारीयों से कर वसूलती है लेकिन इसके बदले व्यापारियों को कोई सुविधाएं नहीं मिलती हैं । इस बार तो जिला पंचायत के कर में बढ़ोत्तरी भी की गई है लेकिन फिर भी हाल जस के तस बने हुए हैं । एसडीएम के अनुसार नगर पंचायत को अस्तित्व में लाने के लिए अब तेजी के साथ प्रयास किए जा रहे हैं ।अपने घर का कूड़ा पड़ोसी के घर डालना स्वच्छता नहीं -
जैसे अपने घर का कूड़ा इकट्ठा करके पड़ोसी के घर डाल दिया जाय तो उसे स्वच्छता नहीं कहा जा सकता है , ठीक वैसे ही बाजार का कूड़ा इकट्ठा करके लोगों के घरों के सामने परोस दिया जाय तो उसे स्वच्छता नहीं कहा जा सकता है । ऐसा ही होता है पाटी कस्बे में , क्योंकि यहां रोज सुबह पूरी बाजार का कूड़ा इकट्ठा किया जाता है और जीआईसी मार्ग के समीप लोगों के घरों और दुकानों के सामने डाल दिया जाता है । बीच बाजार बनाए गए इस ट्रंचिंग ग्राउंड के पास ही खाने - पीने के होटल संचालित होते हैं , जिससे बीमारियों का खतरा बना हुआ है । लोगों की मांग है कि इस वैकल्पिक ट्रंचिंग ग्राउंड का अस्तित्व समाप्त कर अन्यत्र ट्रंचिंग ग्राउंड बनाया जाय ताकि स्थानीय लोग और राहगीर राहत की सांस ले सकें । लोगों का सीधा कहना है कि , बाजार में कूड़े का ढेर लगाकर स्वच्छता का संदेश देना ठीक वैसा ही है जैसे मुंह में गुटखा दबाकर कैंसर पर ज्ञान देना । अब इस बार उपजिलाधिकारी ने ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन तलाशने व ट्रंचिंग ग्राउंड को अन्यत्र शिफ्ट करने की बात कही है ।