कैंटर के नीचे दबा चालक का शव 19 घंटे बाद मिला
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चम्पावत ( Champawat ) - जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग पर लोहाघाट के समीप अक्कल धारे के पास 01 जनवरी की रात करीब साढ़े नौ बजे एक कैंटर वाहन लोहावती नदी में गिर गया । कैंटर सीमेंट और सरिया लेकर लोहाघाट की ओर जा रहा था । सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे । आनन - फानन में बचाव व राहत कार्य चलाया गया । घंटों की मशक्कत के बाद कैंटर में फंसे मोनू राय , निवासी - रायनगर चौड़ी , लोहाघाट , जिला - चम्पावत को रात में निकाल लिया गया और जिला अस्पताल रेफर किया गया है । लेकिन कैंटर चालक 24 वर्षीय लीलाधर भट्ट का कुछ सुराग नहीं लग पा रहा था । शुरुआत से ही लोग चालक का गाड़ी के नीचे दबे होने का अंदेशा जता रहे हैं ।कैंटर पलटाने को नहीं थी क्रेन -
जब 2 जनवरी सुबह से ही रेस्क्यू टीम ने वाहन को क्रेन से खींचने की बात हुई लेकिन प्रशासन के पास क्रेन की सुविधा नहीं थी । 10 बजे हाईड्रा क्रेन पहुंची और कैंटर को पलटाने की कोशिस की लेकिन कोशिस नाकाम हो गई । अंत में स्थानीय युवाओं के सहयोग से चेन कुप्पी की मदद से कैंटर को पलटाया जा सका । इस सर्च अभियान में 18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कैंटर को पलटाया जा सका । वाहन चालक लीलाधर भट्ट , निवासी - कोट अमोड़ी , चम्पावत का शव कैंटर के नीचे दबा मिला ।मॉडल जिले में नहीं हैं रेस्क्यू संसाधन -
लोगों का कहना है मुख्यमंत्री धामी के मॉडल जिले में प्रशासन के पास रेस्क्यू संसाधन भी उपलब्ध नहीं हैं । हाईड्रा क्रेन को घटना स्थल तक पहुंचने इतना समय लगा है । लोगों ने प्रशासन की घोर लापरवाही का विरोध किया है । हालांकि घटना स्थल के गमगीन माहौल में ये बात दब गई ।सड़क पर लगा रहा जाम -
सुबह से ही पूरे दिनभर जाम की स्थिति बनी रही । चारों ओर एक्सीडेंट की बात चल रही थी । हर आने - जाने वाले की नजर सड़क से नीचे नदी की ओर थी ।