कौन बनेगा लोहाघाट नगर पालिका का अध्यक्ष
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चुनाव चिन्ह आमंत्रित होने के बाद डोर टू डोर प्रचार ने पकड़ा जोर ।
लोहाघाट ( Lohaghat ) - नगर पालिका के चुनाव में दुबारा निरीक्षण के बाद मतदाताओं की संख्या में गिरावट आ गई है । पालिका क्षेत्र में पहले 6326 मतदाता थे , जो अब घटकर 6312 रह गए हैं । अब नगर क्षेत्र में 2951 महिला तथा 3361 पुरुष मतदाता है , जो 23 जनवरी को मतदान करेंगे । मतदाताओं की संख्या में कमी का कारण ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा आगामी पंचायती चुनाव में भाग लेने के लिए नगर की वोटर लिस्ट से अपना नाम हटाया है । इधर पहली बार जनवरी माह में चुनाव होने से सभी प्रत्याशियों को इस हाड़ कपा देने वाली ठंड में भी पसीना आ रहा है । नगर क्षेत्र के सभी इंटर कॉलेज 25 दिसंबर से ही शीतावकाश के कारण बंद हो गए हैं , जो अब 3 फरवरी को ही खुलेंगे । इसी प्रकार पीजी कॉलेज 11 जनवरी से बंद हो जाएगा । जिसमें सभी शिक्षक व युवा मतदाता अपने घरों को चले जाएंगे। अब नगर क्षेत्र के लोगों में भी जाड़ों में भारत दर्शन का नया चस्का लग गया है , जिसके कारण मतदान में कमी आना स्वाभाविक है । यह बात अलग है कि चुनाव में खड़े प्रत्याशी अपने संबंधों के कारण बाहर गए कितने मतदाताओं को मतदान के दिन बुला पाते हैं , यह कहना मुश्किल है । अलबत्ता ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग एक हजार से अधिक मतदाता बाहर होने के कारण वो चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पायेंगे । यहां सभी प्रत्याशियों के चुनाव चिन्ह आवंटित होने के बाद चुनावी सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं । भाजपा प्रत्याशी गोविंद वर्मा की जीत से जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है , वहीं कांग्रेस के रणजीत सिंह अधिकारी की जीत पर क्षेत्रीय विधायक खुशाल सिंह अधिकारी की नाक का सवाल है । निर्दलीय भूपाल सिंह मेहता कुछ समय पूर्व भाजपा में शामिल हुए थे , आज वह स्वयं भाजपा प्रत्याशी के विरोध में खड़े हैं । उन्होंने भाजपा से अपना नाता भी तोड़ दिया है , वैसे भूपाल मेहता का अपना जनाधार है । निर्दलीय प्रत्याशी समाजसेवा में जुटे रहने वाले राजेंद्र पुनेठा उर्फ़ राजू भैय्या भी अपने को कम नहीं आंक रहे हैं । उनका भी नगर में अपना जनाधार बताया जाता है । एडवोकेट बिपिन पुनेठा , नरेश कनोजिया भी अपने को किसी से कम नहीं आंक रहे हैं । अब यहां चुनावी मंच सज चुका है और चुनावी रंग जमने लगा है । ऐसे में अब कुल मिलाकर कहा जाय तो लोहाघाट का चुनाव अब प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका है । हाड़ कंपा देने वाली ठंड में लोहाघाट सीट हॉट सीट बनी हुई है ।
फोटो - चुनाव मैदान में खड़े दलीय व निर्दलीय प्रत्याशी