दूर से ही सेवा और समर्पण भाव से महकता है ये चिकित्सालय
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चिकित्सा दल ने हैरानी जाहिर की , कि यहां निस्वार्थ चिकित्सा सेवा के कारण नहीं है कोई कैश काउंटर ।
लोहाघाट ( Lohaghat ) - अद्वैत आश्रम मायावती के धर्मार्थ चिकित्सालय परिसर में पहुंचते ही यहां से निकलने वाली सेवा और समर्पण की महक से रोगी अपने दर्द को भूलकर स्वयं अपने को ईश्वरीय सत्ता से जोड़ लेता है । यह कहना है सीएमओ डॉ देवेश चौहान एवं उनके साथ रुद्रपुर मुरादाबाद स्थानों से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों का । सर्जन डॉ जसविंदर सिंह गिल , एनेस्थेटिक डॉ किशनपाल वाषणेय एवं फिजिशियन डॉ एमएस सिसोदिया का कहना था कि , यहां का आवेश एवं परिवेश इतना शुद्ध है कि जहां रोगी स्वयं को स्वस्थ महसूस करने लगेगा । उन्होंने धर्मार्थ अस्पताल की व्यवस्थाओं , चिकित्सालय का रखरखाव , साफ - सफाई , आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त ऑपरेशन थिएटर , यहां के डॉक्टर व चिकित्सा कर्मियों का समर्पण भाव देखकर आश्चर्य व्यक्त किया कि यहां कोई कैश काउंटर ही नहीं है । बल्कि सब कुछ निशुल्क किया जाता है । जिसका लाभ उठाने के लिए दूर - दराज क्षेत्र से यहां रोगी आते हैं । चिकित्सकों के दल को यह जानकर सुखद आश्चर्य हुआ कि यहां दुर्गम क्षेत्रों से चिकित्सालय द्वारा रोगियों को अपनी बस से लाकर उनका उपचार करने के बाद उन्हें उनके घर तक भी छोड़ा जाता है । चिकित्सालय के प्रभारी स्वामी एकदेवानंद महाराज ने चिकित्सकों का स्वागत करते हुए उन्हें चिकित्सालय द्वारा किए जा रहे चिकित्सा सेवा कार्यों की जानकारी दी । सीएमओ डॉ चौहान ने कहा कि धर्मार्थ चिकित्सालय में आयोजित होने वाले विशेष चिकित्सा शिविरों में वह स्वयं यहां अपनी सेवाएं देने के साथ जो भी सुविधा जिला चिकित्सालय से दी जा सकती है , उसे उपलब्ध किया जाएगा । हमारा लक्ष्य लोगों को आरोग्य प्रदान करना है । सीएमओ के साथ आए विशेषज्ञ डॉक्टरों ने भी यहां निशुल्क चिकित्सा सेवा एवं दवा देने की पेशकश की । चिकित्सालय के प्रभारी स्वामी ने जानकारी दी कि अप्रैल माह से यहां नई ओटी बिल्डिंग के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा । इसके बनने के बाद यहां वह सभी ऑपरेशन किए जाएंगे जिसके लिए बाहर जाकर रोगियों को काफी धन खर्च करना पड़ता है ।