आसान नहीं है , सचिन जोशी बन पाना
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
मिशाल : मरीज के तीमारदार बने सचिन जोशी
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रिपोर्ट - Uttarakhandhindisamachar.com
चम्पावत ( Champawat ) - जिले के सुईं गांव निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य सचिन जोशी बन पाना हर किसी के बस की बात नहीं है । नर सेवा को ही नारायण सेवा मानने वाले सचिन उपजिला अस्पताल में मरीजों की सेवा में जुटे रहते हैं । बुजुर्गों को दवा कहाँ से लेनी है , खून का सेम्पल कहाँ देना है , कौन सी बामारी के डॉक्टर कौन से रूम में बैठते हैं , ये सब जानकारी सचिन जोशी देते हैं । इतना ही नहीं अस्पताल में लोगों की हर प्रकार से मदद करते रहते हैं । नर सेवा को नारायण सेवा मानकर आज सचिन जोशी मानवता की वो मिशाल पेश कर रहे हैं जिससे अब अन्य लोग भी प्रेरित हो रहे हैं । सचिन के सेवा भाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब अकेले रहने वाले दमा की बीमारी से पीड़ित दूरस्थ क्षेत्र रौंसाल के मढुवा निवासी लोक सिंह को तीमारदार न होने के कारण जिला अस्पताल चम्पावत में ईलाज के लिए भर्ती नहीं किया जाता है , तो सचिन जोशी उनके तीमारदार बन गए । आज वो फिर दुबारा लोहाघाट के उपजिला अस्पताल में भर्ती हैं औऱ डॉक्टर ने उन्हें धूल औऱ धुवें में काम करने से मना कर दिया तो सचिन जोशी ने आपसी सहयोग कर उन्हें एक गैस कनेक्शन दिलवा दिया है ताकि उन्हें अब धुवे में खाना न बनाना पड़े औऱ ऑक्सीजन मशीन की भी व्यवस्था कराई है । इस नेक कार्य में उनके साथ कई लोग जुड़ते जा रहे हैं । आंखें तो तब भर आती हैं जब बुजुर्ग लोक सिंह ने सचिन से कहा कि मेरा कोई नहीं है , अगर मुझे कुछ होता है तो आप ही मेरी अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कर देना । निःस्वार्थ सवाजसेवा का ऐसा उदाहरण पेश करने वाले सचिन जोशी जैसे शायद ही बिरले होंगे , जिन्होंने नर सेवा को ही नारायण सेवा मान लिया हो । सचिन जोशी ने लोगों से अपील की है - अगर आप भी इस नेक कार्य में सहयोग करना चाहते हैं तो लोहाघाट के उपजिला अस्पताल जाकर बुजुर्ग व्यक्ति का हाल - चाल जरूर जानें ।