मित्र इलेवन की एकतरफा जीत तो सूपर ओवर में जीता जनकांडे
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चम्पावत ( Champawat ) - जिले के पाटी विकासखंड मुख्यालय के एमडी स्टेडियम जौलाड़ी में स्व ० गुमान सिंह मेहता मैमोरियल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन चल रहा है । यहाँ प्रत्येक दिन प्रतियोगिता के दो मैच खेले जा रहे हैं । यहां शनिवार को भी दो मैच खेले गए । यहां एमडी स्टेडियम में खेले जा रहे 12 - 12 ओवर के मैच को देखने खेल प्रेमी उमड़ रहे हैं ।पहले मैच में मित्र इलेवन की एकतरफा जीत -
एमडी स्टेडियम में शनिवार को दिन का पहला मैच मित्र इलेवन बनाम श्री सिद्ध नर सिंह इलेवन के बीच खेला गया । मित्र इलेवन टीम के कप्तान पान सिंह बिष्ट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया । टीम के ओपनर बल्लेबाजों ने सिद्ध इलेवन टीम की गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा दी और कप्तान पान सिंह बिष्ट के बल्लेबाजी के फैसले को सही ठहराया । मित्र इलेवन टीम के बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज प्रकाश बिष्ट और दाएं हाथ के बल्लेबाज सूरज लडवाल ने शतकीय साझेदारी करते हुए टूर्नामेंट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड अपने नाम किया । धुवांधार बल्लेबाज प्रकाश बिष्ट ने 4 गगनचुंबी छक्के और 3 चौकों की मदद से 46 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली । टीम के दाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज सूरज लडवाल ने 3 गगनचुंबी छक्के और 3 चौकों की मदद से 44 रन की बेहतरीन पारी खेली । मित्र इलेवन टीम ने निर्धारित 12 ओवर में 153 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा किया , जो इस टूर्नामेंट का अभी तक का सबसे बड़ा स्कोर है । 153 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्री सिद्ध नर सिंह इलेवन की टीम के ओपनर बल्लेबाज नीरज और अंकित को मित्र इलेवन की टीम के गेंदबाजों ने सस्ते में पैवेलियन की राह दिखा दी । जिसके बाद गेंदबाज नवीन सिंह , अजय भट्ट , रोहित , पंकज , प्रदीप भट्ट , प्रकाश बिष्ट और राहुल मेहता ने शानदार गेंदबाजी करते हुए श्री सिद्ध नरसिंह इलेवन को 68 रन पर ढेर करते हुए एकतरफा जीत दर्ज की ।दूसरे मुकाबले में सूपर ओवर की आंखरी गेंद में जनकांडे जीता -
शनिवार को खेले गए दिन का दूसरा मैच जनकांडे के नाम रहा । जनकांडे और पोखरी के बीच खेले गए इस टक्कर के मैच में जनकांडे ने सूपर ओवर की अंतिम गेंद पर जीत दर्ज की । पहले बल्लेबाजी करने उतरी जनकांडे की टीम के ओपनर बल्लेबाजों को पोखरी के गेंदबाजों ने सस्ते में पैवेलियन की राह दिखा दी और मैच को अपने पाले की ओर झुका लिया । मात्र 1 रन के स्कोर पर जनकांडे टीम के दो विकेट पैवेलियन लौट चुके थे , जिसके बाद टीम की जिम्मेदारी मिडल ऑर्डर के बल्लेबाजों पर आ चुकी थी । ओपनर बल्लेबाजी फ्लॉप साबित होने के बाद राहुल की शानदार 30 रन की पारी और सौरभ , अजय व कुलदीप की छोटी मगर महत्वपूर्ण पारी की बदौलत जनकांडे की टीम निर्धारित 12 ओवर में 90 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सकी । 90 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पोखरी टीम के बल्लेबाज रोशन बिना खाते खोले ही पैवेलियन की ओर चल दिए । जिसके बाद बल्लेबाजी करने आए पप्पू और सूरज ने शानदार पारी खेलकर मुकाबले को बराबरी पर लाकर रख दिया । जनकांडे और पोखरी का ये मुकाबला अब सूपर ओवर के रोमांचक मोड़ पर था । सूपर ओवर में पोखरी ने जनकांडे को 7 रन का आसान लक्ष्य दिया लेकिन अपनी गेंदबाजी से पोखरी ने इस सूपर ओवर को भी रोमांचक मोड़ पर खड़ा कर दिया । अंतिम गेंद तक चले इस मैच में जनकांडे को 1 गेंद पर 1 रन की दरकार थी और जनकांडे ने 1 रन दौड़कर पूरा करते हुए इस रोमांचक मैच को अपने नाम किया ।क्रिकेट को जिंदा रखा है जौलाड़ी के युवाओं ने -
आधुनिक और हाईटेक युग में आज युवा मोबाइल तक ही सीमित हो गया है । जहां एक ओर युवाओं का खेलों के प्रति लगातार रुझान कम हो रहा है , वहीं दूसरी ओर जौलाड़ी गांव के युवा आज भी इस मोबाइल युग में क्रिकेट को जिंदा रखे हुए हैं । खेलों के प्रति उनका रुझान और लोगों को खेलों से जोड़ने की ये मुहिम वाकई काबिले तारीफ है । दशकों से इस गांव के युवा क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन करवाते रहे हैं और आज भी युवाओं में क्रिकेट को जिंदा रखने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन करवाते हैं ।जिम्मेदारियों से भागते हैं जनप्रतिनिधि और विभाग -
आज युवा खेल के प्रति उदासीन नजर आने लगे हैं । लगातार दिन - ब - दिन युवा मोबाइल की दुनियां में कैद हो रहे हैं और खेलों से दूर होते जा रहे हैं । ऐसे हालातों में भी आज जौलाड़ी गाँव के युवा क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन कर युवाओं को रिचार्ज करने का कार्य कर रहे हैं । लेकिन उनके उत्साहवर्धन के लिए जनप्रतिनिधियों का साथ न मिलना वाकई चिंता की बात है । सबसे बड़ा दुर्भाग्य तो ये है कि , जिले भर में तमाम स्थानों में क्रिकेट टूर्नामेंट चल रहे हैं लेकिन जिले में युवाओं के कल्याण की बात करने वाला युवा कल्याण विभाग इन युवाओं के उत्साहवर्धन के लिए इन प्रतियोगिताओं तक जाने और युवाओं की पीठ थपथपाने क्यों नहीं जाता । यहां युवा क्रिकेट मैच तो जीत रहे हैं लेकिन सिस्टम से हार रहे हैं ।
एमडी स्टेडियम बनना सौभाग्य लेकिन बदहाल स्थिति दुर्भाग्य -
क्षेत्रीय युवाओं का कहना है एमडी स्टेडियम का बनना उनके लिए सौभाग्य की बात है लेकिन स्टेडियम की ऐसी दुर्दशा दुर्भाग्य की बात है । यहां मैदान के लिए कटिंग हुई लेकिन फिर किसी प्रकार का विकास कार्य नहीं हो पाया । अब मैदान की मिट्टी बहकर खेतों तक जा रही है और लगातार मैदान छोटा होता जा रहा है । इस मैदान में ब्लॉक स्तरीय खेलों का आयोजन भी होता है लेकिन बारिश होने पर यहां सिर ढकने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है । युवा कल्याण विभाग भी इस मैदान में प्रतियोगिता करवाते रहता है लेकिन फिर भी युवाओं की सुध नहीं लेता । युवाओं की मांग है , यहां मैदान की दीवारें , बाउंड्री वॉल , खिलाड़ियों के बैठने के लिए टिन सेट और दर्शक दीर्घा का निर्माण किया जाना बेहद जरूरी है , ताकि क्षेत्र की प्रतिभाएं खुलकर सामने आ सकें ।