उपलब्धि : एक सरकारी विद्यालय ऐसा भी , यहां 13 बच्चो का चयन NMMSE के लिए
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
पिथौरागढ़ ( Pithoragarh ) - जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मदकोट के 13 बच्चों का चयन NMMSE राष्ट्रीय सह मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा में हुआ है । जिससे इस विद्यालय ने पूरे राज्य में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है । इस उपलब्धि पर शिक्षकों , अभिभावकों सहित पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है । इस वर्ष आयोजित इस परीक्षा में योगेश तोमक्याल , भूमिका मेहता , दिया मेहता , योगेश फर्स्वाण , खगेन्द्र धामी , दीपिका नेगी , भूमिका तोमक्याल , दीपिका टोमक्याल , किरण परिहार , विनीता परिहार , सुमित कुमार , चित्रांशु जेस्ठा , तनुजा लस्पाल का चयन हुआ है । जिसमें से पांच बच्चों ने शिवानन्द नोटियाल छात्रवृत्ति हेतु राज्य के मेरिट लिस्ट में स्थान प्राप्त किया है । जिन्हें कुल 60000 ( साठ हजार रुपये ) छात्रवृत्ति मिलेगी । शेष आठ का चयन जिला मेरिट में हुवा है , जिन्हें कुल 48000 ( अठतालीस हजार ) रुपये छात्रवृत्ति के रूप में मिलेगी । दोनों वर्गों में मिलाकर कुल 13 बच्चे चयनित हुए है । इस उपलब्धि पर खण्ड शिक्षा अधिकारी दिगम्बर लाल , एस एम सी अध्य्क्ष प्रमोद मेहता एवं बी आर सी समन्वयक भीम राम आदि ने बधाई देते हुए मुनस्यारी के दुर्गम क्षेत्र के इस विद्यालय की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है । यह विद्यालय निरंतर हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर पूरे राज्य में अपना एक विशेष स्थान बनाने में सफल रहा है । गत वर्ष भी इसी परीक्षा में विद्यालय के आठ बच्चों का चयन हुआ था , जिससे पूरे राज्य में अपनी एक विशेष पहचान बनाने में सफलता प्राप्त की थी । साथ ही इसी वर्ष आयोजित मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति परीक्षा में भी कक्षा 6 के आठ बच्चों ने सफलता प्राप्त कर एक बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की थी । यह विद्यालय पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद , नवाचारी कार्यों में निरंतर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है । इस उपलब्धि में विद्यालय के प्रधानाध्यापक विक्रम सिंह परिहार , बीरेंद्र मर्तोलिया , कविता रिंगवाल , भावनाभट्ट एवं शीला तोमक्याल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है । जिनके द्वारा किये जा रहे कठोर परिश्रम का ही परिणाम है कि आज पूरे क्षेत्र में इस सरकारी विद्यालय की चर्चा हो रही है ।उत्तराखंड के सरकारी विद्यालयों के लिए पेश की नजीर -
राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय मदकोट के शिक्षकों की मेहनत की बदौलत आज यहां के बच्चे तमाम परीक्षाओं में सफलता हासिल कर रहे हैं । इस विद्यालय के बच्चों की सफलता उत्तराखंड के उन सरकारी विद्यालयों के लिए मिशाल है जहां शिक्षा का स्तर गिरने के बाद छात्र संख्या में लगातार कमी हो रही है और लगातार स्कूल बंद हो रहे हैं ।