यहाँ ग्रामीणों ने सरकार को दिखाया आईना
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
श्रमदान से सड़क का किया सुधारीकरण
चम्पावत ( Champawat ) - जिले के लोहाघाट ब्लॉक की सीमांत किमतोली - रौशाल मोटर मार्ग से फाफर , बलाना , बोराबुंगा , डुंगरी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूर्व में विधायक निधि एवं ग्राम पंचायत निधि से किया गया था । लेकिन इसके बाद जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के द्वारा इस सड़क की कोई सुध न लिए जाने से ग्रामीणों ने बरसात से पूर्व स्वयं सड़क को ठीक करने का निर्णय लिया । शुक्रवार को ग्राम प्रधान बोराबुंगा एवं प्रमुख समाज सेवी नीरज सिंह ने बताया जब किसी जनप्रतिनिधि के द्वारा सड़क सुधारीकरण की कोई पहल नहीं की गई तो बदहाल सड़क को देखते हुए क्षेत्र के ग्रामीणों के द्वारा सड़क सुधारीकरण का निर्णय लिया गया । उन्होंने कहा बरसात होने पर सड़क में वाहनों का चलना मुश्किल हो जाता है तथा दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है लेकिन इस बार सरकार को आईना दिखाते हुए ग्रामीणों द्वारा पिछले 10 दिनों से श्रम दान कर सड़क का कार्य किया जा रहा है । इस दौरान ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर क्षेत्र की उपेक्षा करने का गंभीर आरोप भी लगाया है । ग्राम प्रधान नीरज सिंह ने कहा कि पूर्व में पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्कर सिंह बोहरा द्वारा इस रोड के सुधारीकरण के लिए 1 करोड़ 3 लाख रुपए जिला योजना मद से स्वीकृत करवाए गए थे जो बाद में जमीनी विवाद के कारण लेप्स हो गए । इस बार ग्रामीणों ने सरकार की ओर न देखते हुए जानलेवा सड़क से परेशान होकर खुद सड़क ठीक करने का बेड़ा उठाया और ग्रामीण खुद हाथों में सब्बल , गैती औऱ फावड़ा लेकर सड़क ठीक करने में जुटे हुए हैं । अभी तक ग्रामीणों के द्वारा सड़क को काफी हद तक ठीक कर लिया गया है । ग्राम प्रधान ने कहा जल्द ही इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी से मिलकर ग्रामीणों की समस्या समाधान हेतु आग्रह किया जायेगा । श्रमदान ग्राम प्रधान बोरा बुंगा नीरज सिंह व अन्य लोगों के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। श्रमदान में इंद्र सिंह , महेश सिंह , त्रिलोक सिंह , लाल सिंह , मोहन सिंह , अमित सिंह , धनी सिंह , नारायण सिंह , दान सिंह , गोपाल राम , तेज सिंह , दलिप सिंह , ललित वर्मा आदि के द्वारा सहयोग किया जा रहा है । इन ग्रामीणों ने स्वयं सड़क ठीक कर सरकार को आईना दिखाने के साथ - साथ मॉडल जिले की उन योजनाओं पर भी सवाल खड़े किए हैं जो गावों के लिए बन रही हैं ।