अतिक्रमणकारी और प्रशासन आमने - सामने , लेकिन एक नहीं चली अतिक्रमणकारी की
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
अतिक्रमणकारियों को कतई बख्सा नहीं जाएगा - एसडीएम डांगर ।
चम्पावत ( Champawat ) - जिले के लोहाघाट नगर की डाक बंगला रोड पर गुरुवार को एसडीएम लोहाघाट नीतेश डांगर के निर्देश पर हटाए जा रहे अतिक्रमण के दौरान अचानक अतिक्रमणकारी विजय सिंह अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गया और जेसीबी मशीन के आगे खड़ा हो गया । विजय सिंह ने प्रशासन की टीम से अगल - बगल के सभी लोगों के अतिक्रमण हटाने की मांग की । विजय सिंह ने कहा प्रशासन उन पर एक तरफा कार्यवाही कर रहा है । विजय ने कहा , पूरा लोहाघाट नगर नज़ूल भूमि पर बना है , कहा कानून सब के लिए एक होना चाहिए । विजय सिंह ने प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है । आरोपी के विरोध के चलते काफी देर तक अतिक्रमण हटाने का कार्य रुका रहा । सूचना पर एसडीएम नीतेश डांगर तत्काल मौके पर पहुंची और पुलिस को तुरंत अतिक्रमण के आरोपी को मशीन के आगे से हटाने के निर्देश दिए । जिस पर पुलिस ने जबरन अतिक्रमणकारी को मशीन के आगे से हटाया ।इसके बाद एसडीएम नीतेश डांगर की देखरेख में अतिक्रमण को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया । इस दौरान एसडीएम मौके पर डटी रही ।एसडीएम ने कहा नगर में अतिक्रमण को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । एसडीएम के कड़े तेवर देखकर अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया है ।लोहाघाट में कार्यवाही और पाटी में मूकदर्शक बना है प्रशासन-
प्रशासन ने लोहाघाट में कार्यवाही कर अतिक्रमणकारियों को कड़ा संदेश जरूर दिया है , लेकिन जिले के पाटी में हुए अतिक्रमण पर कार्यवाही न करना प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा करता है । यहां लम्बे समय से अतिक्रमण को हटाने की मांग की जा रही है , लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आंखिर प्रशासन का बुलडोजर यहां क्यों नहीं गरज रहा है ? क्या प्रशासन के बुलडोजर की गरज यहां शांत हो जाती है या अतिक्रमणकारियों द्वारा शांत कर दी जाती है ?प्रशासन की मिलीभगत के बिना संभव नहीं था अतिक्रमण -
प्रशासन अपनी नाकामी को बताते हुए कहता है , कि पाटी बाजार में वन पंचायत की भूमि पर 25 अतिक्रमण हुए हैं । लेकिन आंकड़ा इससे अधिक है । इतने अतिक्रमण बिना प्रशासन की मिलीभगत के संभव नहीं हो सकते हैं । यहां अतिक्रमण ध्वस्त करने के साथ - साथ उन लोगों पर भी कार्यवाही करने की आवश्यकता है जिनकी इसमें मिलीभगत है । आज भी पाटी में ये सवाल उठ रहा है कि आंखिर कौन हैं या कौन थे वो प्रशासन के लोग जिनकी मिलीभगत के बाद यहां अतिक्रमण हुआ ?यहां अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद कैसे हैं ?
अब तो ऐसा लगने लगा है कि , पाटी में अतिक्रमणकारियों के बुलंद हौसलों को देखकर प्रशासन भी कार्यवाही करने से कतराने लगा है । सूत्र बताते हैं , यहां आए दिन अतिक्रमणकारी कहते हैं कि उनका अतिक्रमण कोई नहीं हटा सकता है । इतना ही नहीं अतिक्रमणकारी ये भी कहते हैं कि - प्रशासन में उनके लोग बैठे हैं , राजनीति में भी उनके ही लोग हैं तो कोई कैसे हटा सकता है उनका अतिक्रमण । पाटी वन पंचायत में धड़ल्ले से हुआ अतिक्रमण अब प्रशासन की नाक का सवाल बन चुका है , क्योंकि यहां लोग कहते हैं जब जिले में जिलाधिकारी का ट्रांसफर होता है तो पाटी में 2 अवैध अतिक्रमण हो जाते हैं ।