कर्म औऱ धर्म से बदलते हैं इंसान के विचार - आचार्य प्रकाश कृष्ण शास्त्री
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
धर्म-कर्म से बदलते हैं मनुष्य के आचार-विचार और संस्कार - आचार्य
● श्री कृष्ण करुणा सदन में चल रही पुराण कथा में उमड़ रही है भारी भीड़
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ख़बर - वरिष्ठ पत्रकार ( Uttarakhandhindisamachar.com )
लोहाघाट ( Lohaghat ) - नगर के श्री कृष्ण करुणा सदन में चल रही भागवत कथा में व्यास पीठ से प्रवचन करते हुए पुराणों के मर्मज्ञ मानसरत्न कथावाचक आचार्य प्रकाश कृष्ण शास्त्री ने कहा कि आज के भौतिकवादी युग में मनुष्य के खान-पान , रहन-सहन एवं प्रकृति के विपरीत जीवनशैली होने के कारण जिस मनुष्य को 84लाख योनियों के उपरांत को धरती में अवतरित कर उसे सभी प्राणियों में श्रेष्ठ बनाया था , आज उसकी प्रवृत्ति , संस्कृति एवं संस्कार बदल गए हैं । इसी मानव देह के रूप में स्वामी विवेकानंद , स्वामी दयानंद सरस्वती , गुरु नानक देव जैसे मनुष्य अवतरित हुए हैं , जिनका विराट व्यक्तित्व मानव के रूप में मनुष्य को नई दिशा व दशा देने के साथ ही मानव जीवन को आसान बनाने के लिए एक श्रेष्ठ उदाहरण है । आज मानव ने मानवीय मूल्यों से नाता तोड़कर अपने को परिस्थितियों का दास बना लिया है। जिस गाय को पृथ्वी की रक्षा के लिए स्वयं भगवान ने भेजा था, उसी गाय को मनुष्य अपने जीवन से दूर करता जा रहा है। देव तुल्य माता-पिता को घर से बेघर किया जा रहा है। मनुष्य में इतनी ऐसी प्रवृत्ति पैदा होती जा रही है कि वह नर से पिचाश बनता जा रहा है । आचार्य ने कहा कि धर्म कर्म से विमुख व्यक्तियों को विधर्मियों द्वारा नशे की ओर धकेला जा रहा है । उन्होंने कहा पुराण कथा सुनने से मनुष्य के तीन लोक सुधर जाते हैं। उसका ईश्वरीय सत्ता में विश्वास बढ़ने लगता है । उसके आचार, विचार और संस्कार बदल जाते हैं। घर में श्री और लक्ष्मी के आने के द्वारा खुलने लगते हैं। स्वर्गीय बालादत्त भट्ट की स्मृति में उनके पुत्र ललित भट्ट, उनकी माता श्री तथा पुत्र पार्थ भट्ट के द्वारा विश्व कल्याण एवं सब की भलाई के लिए पुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है।
■ 29 अप्रैल को महामंडलेश्वर भी प्रवाहित करेंगे ज्ञान गंगा
लोहाघाट - विभिन्न स्थानों में लोक कल्याण करने के लिए ख्याति अर्जित कर चुके उदासीन नया अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं कथावाचक आचार्य प्रकाश कृष्ण शास्त्री के गुरु स्वामी सुरेश मुनि महाराज यहां दो दिनी प्रवास में आ रहे हैं । मुनि महाराज व्यासपीठ से अपनी अमृतवाणी से श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देंगे । आचार्य प्रकाश कृष्ण शास्त्री ने उनके स्वागत के लिए सभी लोगों से शामिल होने की अपील की है ।