समस्याएं सड़कों में , जिला प्रशासन सवालों के घेरे में
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चम्पावत जिले की समस्याएं सड़कों पर औऱ व्यवस्थाएं सवालों के घेरे में
● पेयजल समस्या का समाधान न होने पर लोहाघाट के सीमांत के लोग करेंगे आमरण अनशन
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रिपोर्ट - ( Uttarakhandhindisamachar.com )
चंपावत ( Champawat ) - जिले के लोहाघाट ब्लॉक का सीमावर्ती दिगालीचौड़ क्षेत्र वर्षों से पेयजल समस्या से जूझ रहा है । ग्रामीणों के द्वारा कई बार जल संस्थान व प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग की गई लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया । सालों से पेयजल समस्या से जूझ रहे लोग हर बार विभाग से गुहार लगाते हैं लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंगती । विभाग के इस रवैये से आक्रोशित होकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने रविवार को पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्कर सिंह बोहरा की अध्यक्षता में आपात बैठक की । पुष्कर सिंह बोहरा व जनप्रतिनिधियों ने बताया दिगालीचोड़ , बाकू , धूरा औऱ बुरकिल्ला तोक में भीषण पेयजल संकट छा गया है । लोग किलोमीटरों दूर से पेयजल ढोने को मजबूर हैं । क्षेत्र में जल संस्थान के द्वारा लगाए गए हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं । उन्होंने बताया एक साल पहले बुरकिल्ला तोक में औऱ 6 साल पहले दिगालीचौड़ में जल संस्थान द्वारा बोरिंग कार्य किया जा चुका है लेकिन उसके बाद योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है । क्षेत्र के ग्रामीण पेयजल के लिए दर-दर भटक रहे हैं औऱ वाहनों से पेयजल खरीद कर मंगा रहे हैं । लेकिन विभाग बहरेपन का नाटक करते हुए ग्रामीणों की सुनने को तैयार नहीं है । हम आपको बता दें , ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया था परन्तु प्रशासन ने लोकसभा चुनाव से पहले ग्रामीणों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था जिसके बाद ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय वापस लेकर मतदान किया लेकिन अब प्रशासन ने अपना वादा नहीं निभाया । पुष्कर सिंह बोहरा ने बताया बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया है सोमवार को समस्या के समाधान के लिए एसडीएम लोहाघाट को ज्ञापन दिया जाएगा औऱ अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो 1 मई से क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधि व ग्रामीण कर्मिक , आमरण अनशन व भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन व जल संस्थान की होगी । बैठक में ग्राम प्रधान देवेंद्र सिंह , मनोहर जोशी , भीम दत्त भट्ट , मनोहर , खीमा देवी , देवकी देवी , मनोज सिंह , सचिन वर्मा , गौरव वर्मा , गोविंद सिंह , दीपक सिंह , दीवान राम , चिंताराम , कृष्ण राम सहित समस्त जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद रहे ।
■ पाटी में पानी को तरस रहे हैं लोग - यहाँ हाल ही में करोड़ों रुपये से बनी लिफ्ट पेयजल योजना शुरू हो चुकी है लेकिन कस्बे के लोग पानी की बूंद के लिए तरस रहे हैं ।
हम आपको बता दें इस कस्बे में पानी के लिए लोग लम्बे समय से जद्दोजहद कर रहे हैं ।
कस्बे के हैण्डपम्पों का पानी पीने योग्य नहीं है ।
लोग प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कस्बे में अब भी काम चलाऊ व्यवस्थाओं के सहारे लोग पानी की व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं ।
बताया जा रहा है करोड़ों की लिफ्ट योजना के डैम पर प्लास्टिक की पन्नी लगाकर पानी रोककर व्यवस्था की जा रही है क्योंकि इंजीनियरिंग का ऐसा घटिया नमूना पेश किया गया कि लाखों की लागत से बना डैम अब किसी काम नहीं आ रहा है ।
चम्पावत जिले के गांव - गांव , नगर - नगर में पेयजल की समस्या बनी हुई है । क्योंकि इस जिले में ग्रामीणों की आह पर विभाग की वाह निकलती है ।
जिले में घर - घर जल तो दूर की बात है , यहां तो लोग गांव - गांव पानी को तरस रहे हैं ।विभाग ने सूखे नल खड़े कर दिए औऱ दिखा दिया कि आंखिर कागजों में कैसे मानकों को पूरा किया जाता है । जल संकट की घोर लापरवाही के प्रति जिला प्रशासन का लचीला रवैया हमेशा इस लापरवाह विभाग की आड़ बना हुआ है ।
अब ये लापरवाही विभाग को भारी पड़ सकती है क्योंकि पानी के लिए हर जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं औऱ पेयजल विभागों की ढाल बनने वाला जिला प्रशासन अब खुद सवालों के घेरे में है ।