लोहाघाट डिपो आईसीयू में , यात्रियों की फजीहत
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
कभी बेहतर परिवहन सेवा एवं सर्वाधिक आय देने वाला लोहाघाट डिपो आ गया है आईसीयू में
रोडवेज बसों से लोगों का उठा भरोसा , उम्र दराज गरीब लोग ही कर रहे थे इनमें मुक्त सफर
लोहाघाट - कुप्रबंधन एवं देख - रेख के अभाव के चलते पूरे उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में सर्वाधिक आय एवं परिवहन सुविधा देने वाला लोहाघाट का रोडवेज डिपो आज बदहाली के कगार पर पहुंचने के साथ निर्दोष लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने का कारण बना हुआ है । मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के मॉडल जिले के रोडवेज डिपो की ऐसी दयनीय स्थिति का कारण यह है कि यहां सहायक महाप्रबंधक जैसे जिम्मेदार अधिकारी का लंबे समय से न होना है । इतना ही नहीं फोरमैन के स्थान पर साधारण मैकेनिक कार्य कर रहे हैं । फलस्वरुप चालीस बसों के बेड़े वाले इस डिपो में लगातार बसों की संख्या सिमटती जा रही है । डिपो की ऑन रोड 31 बसों में आठ बसें तकनीकी खराबी के कारण क्षेत्रीय कार्यशाला टनकपुर में पड़ी है । इनमें दस बसों को छोड़कर शेष अपना निर्धारित माइलेज पूरा कर चुकी हैं । यहां वर्तमान में केवल 10 बसों के सहारे ही डिपो संचालित किया जा रहा है । डिपो से लंबी दूरी की संचालित बसों में तकनीकी खराबी आने के कारण एकाएक सड़क मार्गों में खराब होने , दुर्घटनाग्रस्त होने से बार-बार बाल - बाल बचना आदि कारणों से अब लोगों का इन बसों से भरोसा कपूर की तरह उड़ गया है । अब लोहाघाट डिपो से केवल गरीब उम्रदराज लोग ही मुक्त सेवा मिलने के लालच में जानलेवा सफर कर रहे हैं । डिपो की आय रसातल में पहुंच गई है जिससे कर्मचारियों को वेतन के भी लाले पड़ गए हैं । एक बार फिर लोहाघाट से गुड़गांव जाने वाली बस सेवा चंद किलोमीटर दूर जाकर मानेश्वर के पास ही दगा दे गई । यहाँ दो दिन पूर्व भी ऐसा ही हुआ था । ऐसी अविश्वसनीय सेवा का अब लोग जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं । बताया जाता है कि कार्यशाला में घटिया कल पुर्जो की भी सप्लाई की जा रही है। फोरमैन न होने के कारण कार्यशाला में किसी का नियंत्रण नहीं है । लोगों को दुःख इस बात का है कि लोहाघाट डिपो की बनी बनाई व्यवस्था को लोग अपनी आंखों से बदहाल होता देख रहे हैं । रोडवेज कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय मंत्री महिपाल सिंह लगातार इस ओर मुख्यमंत्री व विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते आ रहे हैं । रोडवेज के जनरल मैनेजर दीपक जैन ने फोन में बताया कि जुलाई में डिपो को नया एआरएम , फोरमैन के अलावा नई बसें उपलब्ध की जाएगी । मुख्यमंत्री के मॉडल जिले में रोडवेज प्राथमिकता के आधार पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा ।
लोहाघाट डिपो की उपेक्षा नहीं होगी बर्दाश्त - विधायक
क्षेत्रीय विधायक खुशाल सिंह अधिकारी का कहना है कि , किसी भी स्तर पर लोहाघाट रोडवेज डिपो की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जा सकती है । वह लगातार यहां की समस्याओं को मुख्यमंत्री व रोडवेज के आला अधिकारियों के संज्ञान में लाते रहे हैं ।