निर्देश : सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का 15 दिन में हो निवारण - मुख्यमंत्री
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
दिल्ली - मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन से वर्चुअल माध्यम से सी.एम. हेल्पलाईन ,1905 की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि सी.एम हेल्पलाईन पर आयी सभी शिकायतों का समयबद्धता से निस्तारण किया जाए । आगामी 15 दिनों में लंबित शिकायतों का सकारात्मक निवारण किया जाए । उन्होंने सख्त निर्देश दिये हैं कि जिन अधिकारियों ने पिछले एक माह में सी.एम हेल्पलाईन पोर्टल में लॉग इन नहीं किया है , संबंधित विभागीय शीघ्र उन अधिकारियों का यथाशीघ्र स्पष्टीकरण लें । यदि स्पष्टीकरण में संतोषजनक कारण नहीं बताया जाता है , तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की जाय । मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में विभागों की कार्य के प्रति इस प्रकार की शिथिलता पाये जाने पर संबंधित विभागीय सचिव एवं विभागाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी तय की जायेगी । मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ब्लॉक लेवल अधिकारी से विभागीय सचिव तक सभी अधिकारी जन शिकायतों के समाधान के लिए शिकायतकर्ताओं से स्वयं नियमित संवाद करें । उन्होंने कहा कि संवाद से समरसता के भाव से कार्य करें । मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने जनपदों में प्रत्येक ब्लॉक में आयोजित होने वाली बीडीसी की बैठकों के लिए रोस्टर बनाया जाए ।इन बैठकों में विकास से संबंधित विभागीय अधिकारियों और रेखीय विभागों के अधिकारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करवाई जाय । बीडीसी की बैठकों में जनपद स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी का भी रोस्टर बनाकर उन्हें बैठकों में भेजा जाए । जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी भी प्रयास करें कि वे हर बीडीसी बैठक में रहें । मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि तहसील दिवस का नियमित आयोजन किया जाए ।जिलाधिकारी , मुख्य विकास अधिकारी और जनपदों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तहसील दिवस में नियमित प्रतिभाग कर जन संमस्याओं का समाधान करें । तहसील दिवस पर शिकायतों के निस्तारण सबंधी जानकारी मुख्यमंत्री जन-समर्पण तहसील दिवस पोर्टल पर भी नियमित अपलोड किया जाए । 180 दिनों से अधिक समय से लंबित शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की । उन्होंने संबंधित विभागीय सचिवों को निर्देश दिये कि इन शिकायतों का जल्द समाधान किया जाए । इन शिकायतों में जो शिकायतें मांग से संबंधित हैं , उनका अलग से उल्लेख किया जाए । मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायतों को क्लोज करना उद्देश्य न हो , बल्कि शिकायतों का समाधान किया जाए । मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम हेल्पलाईन मॉड्यूल के हिसाब से नियमित प्रशिक्षण कराया जाय । यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रशिक्षण में संबंधित अधिकारी स्वयं उपस्थित रहे । मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष प्रत्येक माह के द्वितीय सप्ताह में सीएम हेल्पलाईन -1905 की विभागीय समीक्षा करें और शिकायतों का त्वरित निस्तारण करें । सभी विभागों द्वारा समीक्षा बैठकों का कार्यवृत्त नियमित पोर्टल पर अपलोड किया जाए । बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सी.एम. हेल्पलाईन पर प्राप्त हुई शिकायतों के शिकायतकर्ताओं से फोन से वार्ता की । जिन 07 शिकायतकर्ताओं से मुख्यमंत्री ने वार्ता की उनमें से 03 शिकायतकर्ताओं की समस्या का समाधान किया जा चुका है , जबकि 04 शिकायर्ताओं की समस्याओं का शीघ्र समाधान किये जाने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया । मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सी.एम. हेल्पलाईन के व्हाट्सएप चैटबोट का भी शुभारंभ किया । मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.एम हेल्पलाईन के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाए । बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ीब, अपर मुख्य सचिवनआनंद बर्द्धन , प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु , सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम , शैलेश बगोली , दिलीप जावलकर , विनय शंकर पाण्डेय , रंजीत सिन्हा , बृजेश कुमार संतब, डॉ. आर. राजेश कुमार , विनोद कुमार सुमन , निदेशक आई.टी.डी.ए. नितिका खण्डेलवाल , सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे ।
मुख्यमंत्री के विधानसभा जनपद चंपावत से ये लोग जुड़े-
जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे , पुलिस अधीक्षक अजय गणपति , डीएफओ आर सी कांडपाल सीडीओ संजय सिंह , एडीएम हेमंत कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे ।
फोटो - सीएम की वर्चुअल वार्ता से जुड़े चंपावत के जिलाधिकारी , एसपी एवं अन्य अधिकारी