पहाड़ के लिए संजीवनी बने डॉ के के पुनेठा का किया गया नागरिक अभिनंदन
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
मैं उस वक्त दुआओं के रूप में अपार दौलत प्राप्त कर लेता हूँ , जब मौत के निकट पहुंचे व्यक्ति में जीने की आस बढ़ जाती है - डॉ पुनेठा
कुमाऊं - के चम्पावत जनपद के एकमात्र हृदय रोग विशेषज्ञ एवं फिजिशियन डॉ के के पुनेठा की चिकित्सा के क्षेत्र में विशिष्ट सेवाओं को देखते हुए जनप्रतिनिधियों , व्यापारियों , सामाजिक कार्यकर्ताओं , शिक्षकों एवं अन्य तमाम लोगों द्वारा उनका नागरिक अभिनंदन कर उनके प्रति सामूहिक रूप से आभार व्यक्त किया गया । निवर्तमान नगर पालिकाध्यक्ष गोविंद वर्मा की अध्यक्षता एवं जीवन गहतोड़ी के संचालन में हुए समारोह में हुए समारोह में हेम पुनेठा , जीवन मेहता , किरन पुनेठा , यतिश पुनेठा , यतिश मुरारी , मनीष जुकरिया , मुकेश शाह , विमल कॉलोनी , लक्ष्मण सिंह मेहता , जगदीश शाह , शेखर चंद्र उप्रेती , पंकज वर्मा , दीपक राय का कहना था कि डॉ पुनेठा चिकित्सा पेशे के ऐसे गौरव है जिनके द्वारा इस पेशे की गरिमा को बनाए रखते हुए धन नहीं बल्कि लोगों की अमूल्य दुआएं प्राप्त कर उन्हें नया जीवन दिया जा रहा है । हृदय रोग के विशेषज्ञ डॉ पुनेठा के कारण ही लोहाघाट की पहचान बनी हुई है । उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उनका हृदय रोगों में इतना ज्ञान एवं अनुभव है कि उनके द्वारा देश के बड़े-बड़े अस्पतालों से आएं लुभावने ऑफर ठुकरा कर अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा की जा रही है । प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता एवं एलआईसी अभिकर्ता खिलानंद पंत का कहना था कि ईलाज के लिए बाहर जाने पर डॉ पुनेठा की अहमियत का पता चलता है कि जब लोग हमें भाग्यशाली बताते हुए कहते हैं कि आपके बीच संजीवनी के रूप में डॉ पुनेठा जैसे लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं । डॉक्टर पुनेठा ने अपने सम्मान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा की मुझे उस समय स्वयं को डॉक्टर होने पर गर्व होने लगता है जब मौत के मुंह के निकट पहुंचे व्यक्ति की जीवन की आस बढ़ने से वह स्वयं मुझे ढेर सारी दुआएं देने लगते हैं । औऱ उनकी ये दुवाओं को रूपयों से नहीं खरीदा जा सकता । तब मुझे मनुष्य होने की सार्थकता का एहसास भी होता है ।