7 किलोमीटर दूरी के लिए 26 किलोमीटर घूमना बनी मजबूरी
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चम्पावत ( Champawat ) - जिले को उत्कृष्ट बनाने के चाहे लाख प्रयास हो रहे हों , लेकिन बांस - बस्वाड़ी के लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है । यहाँ के ग्रामीण लंबे समय से गर्सलेख से बस्वाड़ी के लिए सड़क की मांग कर रहे थे । उत्तराखंड में सरकारें बदलती रही , नेताजी आते रहे औऱ नेताजी जाते रहे लेकिन यहाँ सड़क नहीं पहुँच सकी । सड़क न आने की स्थिति में 50 प्रतिशत से अधिक लोगों ने यहां से पलायन कर लिया है । सरकार ने पाटी ( Pati ) ब्लॉक मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर बांस बस्वाड़ी जाने के लिए सड़क तो बनाई लेकिन 26 किलोमीटर घुमा - फिराकर । जी हाँ जिले के पाटी विकासखंड मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूरी वाले गाँव को 26 किलोमीटर दूर कर दिया गया है । अगर आपको पाटी विकासखंड मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर बांस - बस्वाड़ी जाना है तो पहले 26 किलोमीटर घूमना पड़ेगा । लोगों द्वारा इस मार्ग की दूरी कम करने के लिए अपनी मूल मांग गर्सलेख से रास्ते को श्रमदान से चौड़ा किया गया औऱ उसमें बाइक से आवागमन की व्यवस्था बनाई गई । जिसके बाद अब इस मार्ग का चौड़ीकरण कर कच्ची सड़क का रूप दिया गया है । लेकिन इस सड़क की दुर्दशा देखने वाला कोई नहीं है । अब बरसात से कच्ची सड़क ध्वस्त हो चुकी है । अगर यही स्थिति रही औऱ सड़क में सुधारीकरण व डामरीकरण नहीं किया गया तो गाँव में बचे हुए लोग भी पलायन करेंगे जिसकी जिम्मेदार प्रत्यक्ष रूप से उत्तराखंड सरकार औऱ सरकार की नीति रहेगी । एक बार फिर सरकार की पलायन रोकने की नीति पर बट्टा लग जाएगा ।