छह दिन बाद भी टी - जे मोटरमार्ग की नहीं ली जा रही है सुध
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चम्पावत - जिले का टनकपुर - जौलजीबी मोटरमार्ग बरसात की पहली बारिश नहीं झेल पाया । यहाँ 8 जुलाई को हुई भीषण बारिश ने मोटरमार्ग को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था लेकिन छह दिन बीतने के बाद भी मोटरमार्ग की स्थिति जस की तस बनी हुई है । टनकपुर - जौलजीबी मोटरमार्ग अब ठप पड़ने से लोगों को तमाम समस्याएं हो रही हैं । मोटरमार्ग के किलोमीटर 30 से 55 तक तमाम स्थानों पर भूस्खलन हुआ है औऱ मोटरमार्ग के तमाम सतही सुरक्षात्मक कार्य ध्वस्त हो गए हैं । मोटरमार्ग में कटिंग , सुरक्षा दीवार , कलवर्ट , पैराफिट व डामरीकरण का कार्य क्षतिग्रस्त हो चुके हैं । जिन्हें ग्रामीण शीघ्र दुरुत्त करने की मांग कर रहे हैं ।
ये गांव हो रहे हैं प्रभावित -
इस मोटरमार्ग के क्षतिग्रस्त होते ही तल्लादेश तामली , रुपालीगाड़ , सीम , खेत , चूका तरकुली सहित दर्जनों गांव औऱ कई एसएसबी की चौकियां प्रभावित हुई हैं । इस मोटरमार्ग के ठप पड़ जाने के बाद इन गावों के लोगों का संपर्क मैदानी क्षेत्र टनकपुर से टूट चुका है । इन तमाम गावों के ग्रामीणों का कहना है , यह मोटरमार्ग नवम्बर 2023 में बनकर पूर्व हुआ था जिसके बाद यहां के लोगों को काफी राहत मिली थी । मोटरमार्ग बनने के बाद ग्रामीण सरपट मैदानी क्षेत्र तक पहुंच पा रहे थे लेकिन 8 जुलाई की भीषण बारिश ने उनकी इस सुविधा पर ब्रेक लगा दिया । आज 6 दिन बीत चुके हैं लेकिन विभाग मोटरमार्ग खोलने के प्रयास नहीं कर रहा है । तमाम गावों के ग्रामीणों ने इस मोटरमार्ग को शीघ्र दुरुस्त करने की मांग की है ।
फ़ोटो : जस की तस स्थिति में मलवे से पटा टनकपुर - जौलजीबी मोटरमार्ग ।