माँ भगवती के डोला यात्रा के हजारों लोग बने साक्षी
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
काफी भीड़ - भाड़ के बावजूद भी मेले में बनी रही शांति , व्यापारियों के खिले चेहरे
लोहाघाट - में हरेला के अवसर पर आयोजित होने वाले दो दिवसीय पारंपरिक मेले का आज शांतिपूर्वक समापन हो गया । मेले में भाग लेने के लिए यहां करीब दो दर्जन गांवों की विवाहित बेटियां भी दूर - दराज क्षेत्र से अपने मायके में मां भगवती का आशीर्वाद लेने आई थी । सुबह देव डागरों के द्वारा मंदिर में पारंपरिक रूप से पूजा - अर्चना की गई । सोमवार को ही मंदिर से देवी रथ ब्रह्म देवता मंदिर से बिंडा तिवारी गांव ले जाया गया था ।मंगलवार सुबह सभी देव डांगरो ने अवतरित होकर श्रद्धालुओं को अपना आशीर्वाद दिया । सिंहासन रथ में महामाया भगवती के डांगर विद्याधर तिवारी विराजमान हुए । दोपहर बाद मां भगवती का सिंहासन डोला ढुंगा के समीप जमानी गढ़ तक गया , जहां पहले से ही महामाया भगवती की पूजा अर्चना करने के लिए हजारों की तादात में लोग एकत्रित थे । हजारों लोगों की ये संख्या माँ भगवती पर उनकी आस्था को साफ तौर पर दर्शा रही थी । यहां से 2 किलोमीटर दूर खड़ी चढ़ाई में स्थित ब्रह्मदेव मंदिर के लिए रथ यात्रा शुरू हुई । रथ के पीछे आंचलिक परिधानों में महिलाएं मां भगवती का जयकारा एवं आराधना के गीत गाते हुए चल रही थी । पहाड़ी पर स्थित मंदिर की ओर जा रहे लोगों में ढोल - नंगाड़ो की धुन जोश भर रही थी । दोनों ओर से लोग देवी रथ में अक्षत व पुष्प वर्षा कर अपनी मनोकामना कर रहे थे । निसंतान महिलाएं रथ के नीचे से गुजर कर मां भगवती से अपनी मनोकामना पूर्ण करने की कामना कर रही थी । मेले के सफल आयोजन में ग्राम प्रधान मोनू बिष्ट , हरि सिंह अधिकारी , लक्ष्मण सिंह भंडारी , फतेह सिंह भंडारी , कैलाश तिवारी , नवीन तिवारी , नारायण बिष्ट , प्रेम तिवारी , पुष्कर बोहरा , मुकेश तिवारी , सतीश उप्रेती , ग्राम प्रधान पवन कुमार , पंकज , दीपू मनोज , पीयूष ,भास्कर ,अमित एवं सूरज भंडारी ने पुलिस प्रशासन एवं क्षेत्रीय लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया । हरेले के इस अवसर पर आयोजित हरेला मेले में बाहर से तमाम व्यापारी आए हुए थे । मौसम सुहावना होने के कारण व्यापारियों के चेहरे इस बार खिले हुए थे ।