गुफ़ा में फंस गए दो बैल तो खाकी बनी साथी
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
बागेश्वर ( Bageshwar ) - सच कहा गया है कि मारने वाले से बड़ा बचाने वाला होता है । ये बात आज सिद्ध की है बागेश्वर पुलिस ने । यहाँ पहली नजर में स्पष्ट हो रहा था कि संकरी गुफा में 2 बैलों को किसी के द्वारा जबरदस्ती धकेला गया है । ये बैल 2 - 3 दिन से इस गुफा में फंसे हुए थे औऱ अगर खाकी साथी नहीं बनती तो इन बैलों की भूख औऱ प्यास से दर्दनाक मौत हो जाती । गुफ़ा में बैलों को जबरदस्ती धकेला गया था । करीब 15 फ़ीट गहरी गुफा का मुंह बिल्कुल संकरा था औऱ इसमें कोई बड़ा जानवर नहीं घुस सकता था । रेस्क्यू टीम द्वारा शीघ्र कार्यवाही करते हुए गुफा के मुहाने को बड़ा किया गया । जिसके बाद राजेन्द्र प्रसाद को रस्सी के सहारे 15 फ़ीट गहरी गुफा में उतारा गया । राजेन्द्र प्रसाद द्वारा गुफा में उतरकर बैलों के नजदीक पहुंचकर सावधानीपूर्वक रस्सी से एक - एक कर बैलों को बांधा गया । जिसके बाद फायर यूनिट के सदस्यों और ग्रामीणों द्वारा रस्सी को खींचा गया औऱ एक - एक कर बैलों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया । बाहर निकलते ही भूखे बैलों ने घास की ओर रूख किया तो सभी ने ताली बजाई और एक दूसरे को सफल रेस्क्यू के लिए बधाई दी । एक बार फिर उत्तराखंड की बागेश्वर पुलिस ने मानवता का परिचय देकर बेजुबान जानवरों के प्रति मदद भाव रखते हुए अपना कर्तव्य बखूबी निभाया है । बागेश्वर पुलिस के इस नेक काम की आज समूचे उत्तराखंड में सराहना हो रही है । इस टीम में नवीन जोशी , चालक चंद्रराम , सोहन , सोहन लाल , दीपक कुमार और राजेंद्र प्रसाद मौजूद थे । इस रेस्क्यू में सहयोग करने के लिए पुलिस ने ग्रामीणों की सराहना की है। टीम के उत्साहवर्धन के लिए प्रभारी अग्निशमन अधिकारी द्वारा सूक्ष्म जलपान और पारितोषिक भी दिया गया ।