कुमाऊं के दोहरे हत्याकांड में आरोपी को आजीवन कारावास
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
कुमाऊं - के चम्पावत जिले में 6 साल पहले हुए दोहरे हत्याकांड में हत्यारे को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है । चम्पावत के खेतीखान कस्बे में पिथौरागढ़ जिला सहकारी बैंक की शाखा में दो बैंक कर्मियों को गोली मारने वाले गार्ड दिनेश सिंह बोहरा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है और 1.50 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है । इसके साथ - साथ इस मामले में गवाह विनोद फ़र्त्याल को झूठी गवाही देने पर जांच की जाएगी । जानिए खेतीखान कस्बे में क्या हुआ था 6 साल पहले -
शुक्रवार 16 मार्च 2018 की सुबह अभी दस बजे के बाद सुई थोड़ा ही आगे सरकी थी और जिले के छोटे से बाजार खेतीखान में अभी चहल-पहल शुरू भी नहीं हुई थी । जिला सहकारी बैंक का गेट भी थोड़ी देर पहले ही खुला था । अचानक बैंक के आसपास के लोगों ने धायं-धायं की आवाज सुनी । किसी को भी समझ में नहीं आया कि क्या हुआ । इसी बीच कुछ लोगों ने बैंक के गार्ड दिनेश बोहरा को तेजी से जाते हुए देखा । थोड़ी देर में एक- दो ग्राहक अंदर पहुंचे थे तो वहां का मंजर दिल दहलाने वाला था। बैंक के फर्श पर बैंक के कैशियर चौमेल बल्सों निवासी 35 वर्षीय ललित बिष्ट का शव लहुलूहान पड़ा था । उसके जिस्म से सारा खून निकल कर नाली की तरफ बह निकला था। बाद में नजर पड़ी तो थोड़ी ही दूर पर बैंक के ही चपरासी राजेश वर्मा निवासी तल्लीहाट का शव भी इसी तरह लहूलुहान हालत में सौ मीटर दूरी पर एक दुकान के पास पड़ा था। इस मंजर को देख लोग समझ गए कि बैंक के अंदर बड़ा खून-खराबा हुआ है और बैंक का गार्ड इसे अंजाम देकर फरार हो चुका है। इस खौफनाक हत्याकांड की खबर देखते ही देखते थोड़ी देर में ही चारों तरफ फैल गई और बैंक के आसपास सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई । पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और घटनाक्रम को देखते हुए तुरंत इस निष्कर्ष पर पहुंच गई कि हत्यारा बैंक का गार्ड दिनेश बोहरा निवासी तल्ला मानर ही है । थोड़ी ही देर में घटना की सूचना जिला मुख्यालय में भी पहुंच गई और उस वक्त की पाटी की एसडीएम निर्मला बिष्ट , उस वक्त के विधायक पूरन फर्त्याल , उस वक्त के एसपी धीरेन्द्र गुंज्याल , एडीएम हेमंत वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंच गए । उच्चाधिकारियों के पहुंचते ही पुलिस और अधिक सक्रिय हो गई तथा दो घंटे के भीतर ही हत्यारोपी दिनेश बोहरा को उसके गांव मानर से दबोच लिया। जिस वक्त दिनेश को पकड़ा गया , वह नशे में बुरी तरह धुत्त था। फिर उसे पुलिस चम्पावत ले गई । इस शांत इलाके में इस दोहरे हत्याकांड से क्षेत्र में जबरदस्त दहशत फैल चुकी थी । कयास लगाए जाने लगे थे कि, सुबह बैंक खुलते वक्त जब कैशियर ललित व राजेश बैंक शाखा में पहुंचे तो वहां मौजूद गार्ड सुबह के समय ही शराब के नशे में धुत्त था । जब इन लोगों ने उसके इस तरह ड्यूटी के दौरान शराब पीने पर टोकाटाकी की तो दिनेश बोहरा तैश में आ गया और उसने कैशियर ललित को गोली मार दी । ललित को गोली लगते देख और खुद की जान बचाने के लिए राजेश वर्मा बाहर की ओर भागा तो हत्यारे ने पीछा कर उसकी भी गोली मार कर हत्या कर दी थी । फिर हत्यारा बंदूक लहराते हुए बाजार से मानर गांव की ओर गया और थोड़ी देर बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था , जिसे अब न्यायालय ने 1.50 लाख के जुर्माने का साथ आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है ।