मामा को न लगे भनक इसीलिए गौशाला में किया नामकरण
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
मामा को न लगे भनक इसीलिए गौशाला में किया गया नामकरण
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रिपोर्ट - वरिष्ठ पत्रकार
भिंगराड़ा - के खरही गांव में चल रही श्रीकृष्ण लीला में कंश के बढ़ते अत्याचारों का सजीव चित्रण प्रस्तुत करते हुए नन्द बाबा , गर्ग ऋषि के आश्रम में जा कर बलराम एवं श्रीकृष्ण का शास्त्र सम्मत ढंग से नामकरण करने की बात करते हैं । दूरदृष्टा गर्ग ऋषि महाराज ने गौशाला में जाकर ऐसे नामकरण संस्कार सम्पन्न कराया कि इसकी कंश को भनक तक नहीं लगी । बाल रुप भगवान एवं बलराम की तमाम मनमोहक लीलाओं का कलाकारों द्वारा जीवंत अभिनय कर दर्शकों की खूब - वाहवाही बटोरने के साथ उनमें यह विश्वास पैदा हुआ कि , जब धरती में अत्याचार बढ़ते हैं तब मनुष्य रुप में स्वयं भगवान अवतरित होकर लोगों की रक्षा के लिए आते हैं । ग्वाल बालों का अभिनय नीरज , दीपक , मोहन , सुमित एवं मयंक औऱ गर्ग ऋषि का खिलानन्द शर्मा , नन्द बाबा का चन नाथ , पूतना का अभिनय दुर्गा नाथ ने शानदार तरीक़े से किया । लीला का निर्देशन महिमन शर्मा , हार्मोनियम में लय मोहन जोशी जबकि तबले में पंकज कुमार ताल ठोक रहे हैं । आयोजन में अंकित बोहरा , दिनेश जोशी , रघुवर सिंह , केदार सिंह , बृजेश शर्मा , नवीन बोहरा , उमेश जोशी , प्रेम बल्लभ , ईश्वरी दत्त जोशी आदि द्वारा सहयोग किया जा रहा है । लीला के प्रति लोगों की भक्ति भावनाओं का अन्दाज इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां कोई व्यक्ति न तो शराब पीकर आता है और न ही कोई मांसाहार करता है ।
फोटो - नंद एवं वासुदेव आपस में संवाद करते हुए ।