बग्वाल स्पेशल : खोल दे माता खोल भवानी धार में किवाड़
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
वाराही धाम के सांस्कृतिक मंच में आंचलिक एवं देश की विभिन्न संस्कृतियों का हो रहा है समागम
देवीधुरा ( Devidhura ) - के विश्व प्रसिद्ध माँ वाराही धाम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम मची हुई है । यहां विभिन्न क्षेत्रों से आई हुई महिलाओं ने आंचलिक परिधानों में कुमाऊं की प्रसिद्ध झोड़ा गायन परंपरा को जीवंत रूप देते हुए खोल दे माता खोल बाराही , धार में किवाड़ की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी और लोगों को अपनी जड़ों की ओर लौटने को मजबूर कर दिया । 150 से अधिक महिलाओं ने एक साथ झोड़ा , चांचड़ी , न्योली का भी गायन किया । यहां विभिन्न क्षेत्रों से आए लोक कलाकार , यहां की प्राचीन विधा से नई पीढ़ी को रूबरू करा रहे हैं । इससे पूर्व मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया , शिक्षाविद श्री जोशी , ब्लॉक प्रमुख सुमनलता , भाजपा के वरिष्ठ नेता एडवोकेट चेतन भैय्या ने संयुक्त रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया । उन्होंने कहा बाराही धाम में जहां क्षेत्रीय लोगों ने अपने पूर्वजों की महान विरासत के रूप में बग्वाल को संरक्षित किया है ठीक इसी प्रकार यहां का अषाड़ी कौतिक समृद्ध क्षेत्रीय लोक कला , लोक संस्कृति , परंपराओं एवं मान्यताओं का ध्वजवाहक बना हुआ है । क्षेत्रीय विद्यालयों के छात्र - छात्राओं द्वारा भी शानदार कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जा रहा है । स्कूली बच्चों की प्रेरणादायक प्रस्तुतियों पर दर्शकदीर्घा से लगातार तालियां गूंजती रही जिससे बच्चे और अधिक उत्साहित होकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे थे । यहां बाहर से आए कलाकारों के दलों का बच्चों के कार्यक्रमों को देखकर ये कहना था कि यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोक कला व लोक संस्कृति की ऐसी प्रतिभाएं छुपी हुई हैं । यदि इन्हें सही मार्गदर्शन मिले तो यह भी संगीत के क्षेत्र में ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं । कार्यक्रमों के आयोजन में बाराही ट्रस्ट के संयोजक चंदन बिष्ट , ग्राम प्रधान ईश्वर बिष्ट , दीपक सिंह बिष्ट ( परिवर्तन ) , रोशन लमगड़िया , अमित लमगड़िया , राजेश बिष्ट , बिशन सिंह चम्याल , हयात सिंह बिष्ट , मंदिर कमेटी अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट , मेला संयोजक विनोद गड़कोटी , मंदिर कमेटी के पूर्व अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया आदि तमाम लोग सहयोग कर रहे हैं । कार्यक्रमों को देखने के लिए इतनी भीड़ उमड़ रही है कि कार्यक्रम स्थल छोटा पड़ गया है ।अगर आपने बग्वाल के दर्शन नहीं किए , तो नीचे दिए गए लिंक पर टच करें -
https://youtu.be/qnNKpEdymQE?si=t45Hf-S6wN12Ddp3