जानिए , ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का कैसे हुआ खुलासा
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
एसएसपी अल्मोड़ा के कुशल नेतृत्व और टीम वर्क से हुआ हत्याकांड का खुलासा ।
अल्मोड़ा - जिले के ग्राम - गाजा , बसकन्या , चौखुटिया के पास 24 अगस्त की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति का शव सड़क पर पड़ा हुआ मिला । शव की शिनाख्त के बाद वादी महेश चन्द्र जोशी निवासी वेतनधार , थाना - चौखुटिया ने अपने भाई राकेश जोशी की हत्या होने के संबंध में चौखुटिया थाने में तहरीर दी । 25 अगस्त को पुलिस ने मिली तहरीर के आधार पर तत्काल धारा 103 बीएनएस बनाम अज्ञात FIR पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही प्रारंभ की गई । खुलासे के लिए 5 टीमों का गठन -
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा द्वारा हत्याकांड का शीघ्र अनावरण करने व संलिप्त अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु सीओ अल्मोड़ा / रानीखेत विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण व थानाध्यक्ष चौखुटिया सतीश चंद्र कापड़ी के नेतृत्व में 5 टीमों का गठन किया गया ।ऐसे पहचाना गया हत्यारा -
गठित सभी 5 टीमें इस ब्लाइंड मर्डर के हत्यारे की तलाश में जुटी हुई थी । टीमों ने घटना की गहनता से जांच शुरू कर दी थी । घटनास्थल के आसपास व बाजार क्षेत्र में लगभग 50-60 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया । ठोस सुरागरसी - पतारसी कर सर्विलांस की मदद से जानकारी जुटाई गई तथा इस दौरान लगभग 100 व्यक्तियो से पूछताछ की गई । मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी स्वयं इस खुलासे में लगी पुलिस टीमों को मॉनिटर कर रहे थे । एसएसपी हत्या के खुलासे के लिए गठित की गई टीमों के प्रत्येक दिवस की कार्यवाही की समीक्षा एसएसपी द्वारा स्वयं की जा रही थी और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए जा रहे थे । पकड़े जाने के डर से हत्यारा हुआ फरार -
अभियुक्त को पकड़े जाने की भनक लग गयी थी । और वो घटना के दिन से ही फरार चल रहा था । पुलिस टीमों के संयुक्त प्रयासों तथा एसओजी टीम द्वारा दी गई लीड के आधार पर 2 सितंबर को अभियुक्त निवासी ग्राम - गाजा , बसकन्या , थाना - चौखुटिया , जिला - अल्मोडा को पूछताछ हेतु थाने लाया गया ।पत्थर से मारकर उतारा मौत के घाट -
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह शराब पीने का आदि है और मेहनत मजदूरी कर उससे जो पैसे मिलते है उन्हें शराब में उड़ा देता है । उसके पत्नी व बच्चे भी साथ नही रहते हैं । जब 23 अगस्त को रात करीब 11 बजे अभियुक्त खीम सिंह अपने कमरे में पहुंचा तो उसने अपने कमरे का सारा सामान अस्त व्यस्त पडा हुआ देखा ।एक व्यक्ति उसके बैड में सो रहा था । जिसे उसने उठने के लिए कहा तो वह व्यक्ति उसके साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट करने लगा तथा उसके गाल मे 2 थप्पड मार दिये । जिससे गुस्से मे आकर बाहर से पत्थर लाकर मृतक राकेश जोशी के सिर व चेहरे पर मारा तो वह उसके कमरे से भागकर सड़क पर चला गया और सिर पकड़कर बीच सडक मे बैठ गया । उसी वक्त अभियुक्त ने उसके चेहरे एवं सिर पर पत्थर से कई वार किये । इस दौरान मृतक राकेश जोशी का मोबाईल वहीं पर गिर गया था , जिसे अभियुक्त ने छिपा दिया था और हत्या में प्रयुक्त पत्थर को गौशाला की तरफ फेंक दिया । वारदात को अंजाम देते वक्त पहनी कमीज जिसमें खून लगा हुआ था वो कमरे में रख दी । म़ृतक के फोन को बालेश्वर मन्दिर नदी के किनारे पत्थरो के बीच मे छिपा दिया था । अब अभियुक्त हुआ गिरफ्तार -
40 वर्षीय अभियुक्त खीम सिंह पुत्र प्रताप सिंह को 2 सितंबर को जुर्म इकबाल करने के उपरान्त हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल पत्थर , वारदात को अंजाम देते वक्त पहनी खून लगी कमीज और मृतक का मोबाईल बरामद करते हुए गिरफ्तार कर आवश्यक कार्यवाही की गई है । पुलिस टीम को मिला ईनाम -
हत्याकांड का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को डॉ योगन्द्र सिंह रावत , डीआईजी कुमाँऊ रेंज के द्वारा 10,000 रुपये का व एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा 5,000 रुपये का नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया ।