देखें जरा , कितना प्रभावी होता है देरी से लिया गया ये कदम
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
देखें जरा , कितना प्रभावी होता है देरी से उठाया गया ये कदम
● वनाग्नि को रोकने के लिए पटवारी से लेकर प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र के कर्मचारी दस दिन तक रहेंगे अपने ही क्षेत्र में तैनात
● प्रत्येक कर्मचारी संबंधित गांव में जाकर वनों में लग रही आग के प्रति लोगों को करेंगे जागरूक
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रिपोर्ट - Uttarakhandhindisamachar.com
चम्पावत ( Champawat ) - मानसून पूर्व तैयारीयों एवं वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम हेतु मंगलवार को जिला कार्यालय सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक प्रभारी जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई । बैठक में सर्वप्रथम प्रभारी जिलाधिकारी ने वर्तमान में जंगलों में लग रही आग की रोकथाम एवं उसके नियंत्रण हेतु व्यापक इंतजाम व्यवस्था करने के अतिरिक्त सभी ग्राम विकास अधिकारियों , ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों , क्षेत्रीय पटवारी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात अन्य विभागों के कार्मिकों को आगामी 10 दिन तक अपने-अपने तैनाती क्षेत्र में रहकर प्रत्येक दिन कम से कम तीन गांव में जाकर ग्रामीणों को वनाग्नि की रोकथाम हेतु जागरूक करने के निर्देश देते हुए सभी उप जिलाधिकारी , खंड विकास अधिकारी तथा पंचायत राज अधिकारी सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को इनका रोस्टर तैयार करने के निर्देश दिए हैं । साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी 10 दिनों तक कोई भी किसान/काश्तकार व आम व्यक्ति अपने खेतों में किसी भी प्रकार की पराली नहीं जलाएगा और न ही आग खेतों में लगाएगा ताकि खेतों की आग जंगल तक न पहुंचे । प्रभारी जिलाधिकारी ने इस संबंध में वन विभाग को निर्देश दिए कि वनों में आग लगाते जो भी व्यक्ति पाया जाता है उसके खिलाफ वन अधिनियम के अतिरिक्त आईपीसी में भी एफआईआर दर्ज कराई जाए । उन्होंने कहा कि जो भी ग्राम पंचायत , ग्राम विकास अधिकारी , पटवारी व अन्य कर्मचारी गांव में जाकर ग्रामीणों से बैठक कर उन्हें जागरूक करेगा , उसकी फोटोग्राफ जीपीएस ट्रैकिंग के साथ उपलब्ध कराएंगे तथा संबंधित ग्राम प्रधान से बैठक संबंधित प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराएंगे । उन्होंने कहा कि अग्रिम आदेशों तक इन सभी के अवकाश पर रोक भी रहेगी , विशेष परिस्थितियों में वीडियो , डीपीआरओ तथा एसडीएम से ही अवकाश स्वीकृत होगा । मानसून पूर्व आवश्यक तैयारी के संबंध में प्रभारी जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि मानसून को लेकर विभाग पूर्व तैयारी हेतु एक कार्य योजना तैयार कर दो दिन के भीतर जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय में उपलब्ध कराएं । उन्होंने आगामी 5 जून तक नगरीय क्षेत्रों सहित जिले की सभी सड़क मार्गों में नालियां , कलमठों की सफाई करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए । नगरीय क्षेत्रों में सभी अधिशासी अधिकारी नालियों की सफाई के साथ-साथ मच्छरों से बचाव हेतु फॉगिंग भी कराएं । जिले के मैदानी क्षेत्रों के जल भराव वाले क्षेत्रों में पूर्व से ही आवश्यक तैयारी व उपाय सुनिश्चित कर लें । प्रभारी जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को निर्देश दिए की राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत सभी संवेदनशील स्थानों में सुरक्षा के इंतजाम अभी से कर लें व सभी सुरक्षात्मक कार्य 15 जून से पूर्व पूर्ण कर लें । साथ ही सड़क मार्ग किनारे खतरे की जद में आए सभी पेड़ों का वन विभाग के माध्यम से छपान कर वन निगम से उनका निस्तारण भी कर लिया जाए ।
उन्होंने सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा राहत शिविरों का चिन्हीकरण कर खाद्य पैकेट बनाए जाने हेतु पूर्व तैयारी करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए । प्रभारी जिलाधिकारी ने पूर्ति विभाग को जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में सितंबर मांह तक का खाद्यान्न का वितरण 15 जून तक करने के भी निर्देश दिए । उन्होंने सभी तहसीलों में अभी से आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए कार्यों कार्मिकों की तैनाती करने के निर्देश सभी उप जिलाधिकारी को दिए । स्वास्थ्य विभाग को सभी चिकित्सालयों में आवश्यक दवाइयां , उपकरण आदि की प्रचुर मात्रा में स्टाक रखे जाने के साथ ही दूरस्थ क्षेत्रों में एंबुलेंस की तैनाती के निर्देश दिए । इसके अतिरिक्त प्रभारी जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके विभाग द्वारा मानसून पूर्व जो भी तैयारी की जानी है , उसे 15 जून से पूर्व कर लें । बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह ने डीपीआरओ व सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह आज ही से ग्रामीण क्षेत्रों में कार्मिकों की तनाती कर वनाग्नि की रोकथाम हेतु ग्रामीणों के साथ बैठक करते हुए उन्हें जागरूक कराए जाने की कार्रवाई सुनिश्चित कराएं । उन्होंने पेयजल विभाग को जिले के जिन क्षेत्रों में पेयजल की अधिक किल्लत है उन क्षेत्रों में टैंकर या अन्य वैकल्पिक माध्यम से पेयजल की आपूर्ति के निर्देश दिए । उन्होंने अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत , डीपीआरओ तथा सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि कहीं पर भी कूड़े में आग ना लगाई जाए । यह सुनिश्चित कर लिया जाए व्यापारियों को भी इस संबंध में जागरूक किया जाए । बैठक में उप जिलाधिकारी लोहाघाट रिंकु बिष्ट , चंपावत आकाश जोशी , सीओ वंदना वर्मा , डीडीओ दिनेश दिगारी ,वरिष्ठ कोषाधिकारी सीमा बंगवाल , सीवीओ बसुंधरा गर्ब्याल , एसडीओ फॉरेस्ट नेहा चौधरी सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी मौजूद रहे । वर्चुवली एसडीएम आकाश जोशी सहित समस्त तहसीलदार जुड़े रहे ।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है - आंखिर वनों को आग से बचाने के लिए प्रभावी कदम उठाने में देर क्यों हुई ?
फोटो : अधिकारियों की बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते प्रभारी जिलाधिकारी ।