बलात्कार की झूठी घटना ने लगाया लोहाघाट के माथे पर कलंक का टीका
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
चार युवकों द्वारा नाबालिक से कथित बलात्कार की झूठी घटना ने लोहाघाट के माथे पर लगाया कलंक का टीका ।
लोहाघाट ( Lohaghat ) - विगत दिनों नगर में एक नाबालिक को नशीला पदार्थ सुंघाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार करने की काल्पनिक घटना के उजागर होने के बाद नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग स्तब्ध ही नहीं रह गए बल्कि आनन - फानन में लोगों ने थाने का घेराव कर अपना आक्रोश जताते हुए घटना के बारे में पुलिस को कुछ सोचने का भी मौका नहीं दिया । पुलिस द्वारा सीसीटीवी खंगालने के बाद जो वास्तविक तस्वीर सामने आई उसे देखकर लोगों का गुस्सा कपूर की तरह उड़ गया और उन्हें स्वयं अपने ही ऊपर शर्म आने लगी । हकीकत सामने आने तक बात का बतंगड़ बन चुका था और सोशल मीडिया में घटना वायरल हो गई तथा नगर व ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने बच्चों के प्रति गंभीर रूप से चिंतित होने लगे और एक जागरूक कहे जाने वाले शहर के माथे में कलंक का टीका लग गया । लोहाघाट एक ऐसा विकासोन्मुख नगर है जहां अधिकांश लोग विभिन्न क्षेत्रों से आकर यहां बसे हुए हैं । क्योंकि यहाँ का सामाजिक स्वस्थ माहौल एवं यहाँ के विद्यालयों के उच्च शैक्षिक स्तर लोगों को लोहाघाट की ओर खींच लाता है । ऐसे सामाजिक माहौल में आपराधिक घटनाओं के लिए कोई स्थान ही नहीं होना चाहिए और घटना ने सभी के माथे में चिंता की लकीरें खींच दी है । बिना जानकारी के लोगों का उत्तेजित होना और फिर खुद शर्म महसूस करना इस बात को दर्शाता है कि नगर में परिपक्व नेतृत्व का अभाव होता जा रहा है । वैसे घटना सही भी होती तो इसका अनावरण तो पुलिस को ही करना था लेकिन जो पुलिस घटना की असलियत जानने के लिए तीसरी आंख का सहारा ही ले रही थी , लोगों के हुजुम के चलते पुलिस के सामने कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाना पहली प्राथमिकता बन गई थी । वैसे इस प्रकार की घटनाएं होने पर इसे लोग अपनी नेतागिरी चमकाने का माध्यम भी बनाते आ रहे हैं । जबकि वास्तविकता यह है कि एकाएक पैदा हुए जन - भूचाल में तो लोग अपना विवेक ही खो देते हैं । इस घटना ने नगर के लोगों को संदेश दिया है कि , कोई भी क्रिया करने से पहले उसकी प्रतिक्रिया के परिणामों पर अवश्य सोचा जाना चाहिए ।