मौत को बुलाता है स्वांला डेंजर जोन
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
स्वांला में लगातार मलवा गिरने और ट्रक के खाई में गिरने से चंपावत - टनकपुर में वाहनों की आवाजाही पर लगी रोक ।
सड़क से मलवा हटाने के साथ ही ऊपर से लगातार मलवा व बोल्डर पत्थर आने से विफल होते जा रहे हैं सारे प्रयास ।
चम्पावत ( Champawat ) - टनकपुर - पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में टनकपुर - चम्पावत के बीच स्वांला में ऊंची पहाड़ी से लगातार गाद , मलवा और बोल्डर आने से सुरक्षा की दृष्टि से इस राजमार्ग में फिलहाल आवाजाही के लिए रोक लगा दी गई है । मंगलवार की रात को चेतावनी देने और आगे जाने से रोकने के बावजूद टनकपुर से पिथौरागढ़ जा रहे कैंटर नंबर यूपी -12 CT 2027 आगे बढ़ गया तथा इसी दौरान ऊपर से बोल्डर पत्थर आने शुरू हो गए । हालांकि चालक ने कैंटर से कूदकर अपनी जान तो बचा ली लेकिन कैंटर बोल्डर की तरह लुढ़कता हुआ गहरी खाई में जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया । पुलिस ने मुजफ्फरनगर निवासी चालक शहजाद पुत्र सलाउद्दीन के विरुद्ध चंपावत कोतवाली में बीएनएस तथा 51क/51ख के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है । लेकिन स्वांला में ऐसी सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी कि जिसे देखकर कैंटर रुक जाता । अगर थी तो फिर कैसे रोकने पर कैंटर चालक आगे बढ़ गया । ऐसे डेंजर जोन में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त होना बेहद आवश्यक है ताकि यहाँ मनाही के बाद किसी की मनमानी न चले । अगर फिर भी कोई नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उस पर शख़्त कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिए । यहाँ दोनों ओर पुलिस के बैरियर होने बेहद आवश्यक हैं । अब स्वांला में सड़क मार्ग के दोनों ओर अब वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं । खतरनाक स्थिति को देखते हुए पुलिस व एनएच कर्मियों द्वारा दोनों ओर लोगों से आवाजाही न करने की हिदायतें दी जा रही हैं । एनएच के अधिशासी अभियंता आशुतोष स्वांला में सड़क को खोलने में लगे हुए हैं । यहां दोनों ओर से कई पोकलैंड मशीनें मलबे को हटाने के काम में लगी हुई हैं । इस स्थल में जितना मलवा हटाया जा रहा है उससे अधिक मलवा ऊपर से आ रहा है । ऊंची पहाड़ी से आ रहे पानी के साथ आ रही मिट्टी व गाद ने स्थिति को और पेचीदा बना दिया है । इस स्थान में हर वक्त ऊपर से बोल्डर व पत्थर गिरने का खतरा होने के बावजूद भी पोकलैंड के ऑपरेटर अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं । आज सड़क में आए मलवे को न हटाकर उसके ऊपर समतल कर पैदल चलने वाले लोगों को आर - पार जाने की इजाजत दी गई। अधिशासी अभियंता के अनुसार सड़क मार्ग को खोलने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं । यदि ऊपर से मलवा व बोल्डर पत्थर गिरने का क्रम थमा तो छोटे वाहनों की आवाजाही प्रारंभ कर दी जाएगी ।