वीडियो : समा बांध दिया हुड़के की थाप ने
(Report - uttarakhandhindisamachar.com)
अल्मोड़ा ( Almora ) - हुड़का उत्तराखंड का पारंपरिक वाद्य यंत्र है । इसे प्राचीन समय से ही मांगलिक कार्यों से लेकर विशेष अनुष्ठानों और खेतों की रोपाई के दौरान बजाया जाता है । पारंपरिक वाद्ययंत्र हुड़के को देवताओं के आह्वान के लिए भी बजाया जाता है । इसकी ध्वनि से अलग ही सकारात्मक ऊर्जा निकलती है । आप जरूर जानते होंगे कि , उत्तराखंड आंदोलन को आगे बढाने वाला वाद्य यंत्र हुड़का अब लोगों से दूरी बना रहा है । लेकिन आधुनिक जमाने में अपनी जड़ों और अपनी संस्कृति से जुड़े रहने वाले लोग आने वाली पीढ़ी को हुड़के की विशेषता बता रहे हैं । उत्तराखंड के लोकगायक नागेंद्र प्रसाद जोशी और गोपाल चम्याल उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने और आगामी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं । लोकगायक गोपाल चम्याल की हुड़के की थाप अब समूचे उत्तराखंड में गूंज रही है । अब लोग मुड़ रहे हैं और अपनी संस्कृति से जुड़ रहे हैं । वीडियो देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर टच करें -
https://youtu.be/a5h3wrzrq4c?si=_2g-WHVRlHK00OJc